• Home
  • IPO GMP
  • K.G. Classes
  • Hindi Vyakaran
  • हिंदी निबंध
  • Yoga
    • Yoga In Hindi
    • Yoga In English
    • Mantra
    • Chalisa
  • Vocabulary
    • Daily Use Vocabulary
    • Daily Use English Words
    • Vocabulary Words
  • More
    • Blogging
    • Technical Knowledge In Hindi
    • Tongue Twisters
    • Tenses in Hindi and English
    • Hindu Baby Names
      • Hindu Baby Boy Names
      • Hindu Baby Girl Names
    • ADVERTISE HERE
    • Contact Us
    • Learn Spanish

hindimeaning.com

जहाँ सुमति तहँ संपति नाना पर निबंध

जहाँ सुमति तहं संपत्ति नाना पर निबंध :

भूमिका : व्यक्ति ने प्राचीन काल से बहुत परिश्रम किया है। उसने परिश्रम करके अपने आप को सबसे अधिक शक्तिशाली और श्रेष्ठ बनाया है। आज तक उसने दूसरे लोगों पर अपने बल और बुद्धि से शासन किया है। प्राचीनकाल में अंग्रेजों ने भारत पर अपनी बुद्धि के बल पर शासन किया था। लोग बुद्धि से असंभव कार्य को भी संभव कर सकते हैं। लोगों ने बुद्धि के बल पर ही नए-नए आविष्कार किये जिससे आधुनिक युग का निर्माण हुआ।

बुद्धि और ज्ञान का समंवय : व्यक्ति विश्व का सर्वश्रेष्ठ प्राणी है। व्यक्ति ने संसार में अपनी बुद्धि और ध्यान से अन्य प्राणियों में सर्वश्रेष्ठता प्राप्त की है। उसने जो कुछ भी प्राप्त किया है वो सब कुछ अपनी बुद्धि से प्राप्त किया है। जहाँ पर बुद्धि होती है वहाँ पर सुख और संपत्ति का होना निश्चित है।

व्यक्ति ने अपनी बुद्धि को चर्म सीमा पर ले जाकर ईश्वर रूप को भी प्राप्त किया है। व्यक्ति का एक नाम मनुष्य भी होता है। भगवान अपने सौंदर्य और सत्य को व्यक्ति के रूप में अच्छी तरह से साकार कर चुका है। राम और रावण दोनों ही व्यक्ति थे। एक को भगवान का रूप माना जाता था और एक को नफरत से याद किया जाता था।

आखिरकार ये अंतर क्यूँ है? विचार करने पर विवश होता है कि व्यक्ति जिस प्रकार चाहे अपनी बुद्धि और ध्यान का प्रयोग कर सकता है। व्यक्ति अपनी सुमति से स्वर्ग भी जमीन पर उतार सकता है लेकिन दूसरी ओर दूषित भावना से नंदन कानन को पतझर के रूप में परिणत कर सकता है।

राम में भी बल था और रावण में भी लेकिन फिर भी एक की जयंती मनाई जाती है और दूसरे को याद करने से नफरत होती है। इसी कारण से एक ने सुमति से लोगों के अधिकारों की रक्षा की और दूसरे ने दूषित भावना से लोगों के अधिकारों का शोषण किया। बुद्धि को किसी भी प्रकार से प्रयोग किया जा सकता है।

सुख समृद्धि का आधार : हमें यह पता चल गया है कि व्यक्ति के दिल में सुमति और कुमति दोनों का ही वास होता है। इन्हीं भावों से मनुष्य के अच्छे या बुरे होने का पता चलता है। सुमति और कुमति दोनों को ही बुद्धि का रूप माना जाता है। सुमति व्यक्ति को उन्नति और सुख संपत्ति प्रदान करती है और कुमति से व्यक्ति नाश की ओर जाता है।

रावण की बुद्धि कुमति थी। उसके भाई विभीषण ने उसे सुमति को अपनाने और राम की शरण में जाने के लिए कहा लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी थी। इसी लिए उसके बारे में सोचकर सभी को नफरत होती है।

सुखों का आधार : अगर आप किसी भी जगह का इतिहास उठाकर देखते हैं तो पता चलता है कि वहाँ के ज्यादातर लोगों की चितवृत्ति का फल उन्नति या अवनति का मूल कारण रहा है। कुमति को अपने व्यापक अर्थ में सब तरह की उन्नति, समृद्धि और वैभव का प्रतीक माना जाता है।

सुमति को अपने व्यापक अर्थ में कलह, फूट, स्वार्थ-प्रियता और शोषण आदि सब तरह के अपकार का प्रतीक माना जाता है। सुमति से एकता की भावना पैदा होती है। एक मनुष्य कितना भी बुद्धिमान या विवेकशील हो वो अकेला कुछ भी नहीं कर सकता।

समाज में ही वो अपनी कुशलता दिखा सकता है। जहाँ पर सहयोग और एकता की भावना होती है वहीं पर धन, सुख-संपत्ति आते हैं। ऐसे लोगों को समाज में भी गौरव मिलता है। जिस समाज में प्रेम और संगठन की भावना होती है वो भगवान की कृपा पाता है और हर क्षेत्र में उसे जीत मिलती है।

दूसरी जगह जिस देश में कुमति, द्वेष, और फूट की भावना होती है उसे हमेशा ही हार प्राप्त होती रहती है। वह पराधीनता की श्रंखलाओं में जकड़ लिया जाता है। कुमति सर्वनाश की जड़ होती है। भेद भाव को जन्म देकर कोई भी खुश नहीं रह सकता।

कुमति का प्रभाव : सुमति को सबल प्रकारों की जननी माना जाता है। सुमति से व्यक्ति में स्वाभिमान, प्रेम, देशानुराग की भावना पैदा होती है। कुमति अविद्या का परिचायक मानी जाती है और जो अविद्या में फंस जाता है वो केवल धन और मनुष्य के हित को अपना लक्ष्य बना लेता है वह अपने अस्तित्व को भूल जाता है।

वो तत्व दर्शन और आत्म दर्शन से बहुत दूर रहता है। कुमति तमोगुण की जननी होती है। अज्ञान का कहना है कि ये सारा विश्व उसका बन जाये, सब जगह केवल मेरा ही अधिकार हो। ज्ञान का कहना है कि तू सब लोगों का बन जा तू सभी के मन में समा जा। वास्तविक विद्या उसे ही माना जाता है जो मनुष्य को सभी बंधनों से आजाद करती है।

उपसंहार : आज हमारे देश में भाषावाद, भ्रष्टाचार और प्रांतीयता का जहाँ भी प्रभाव होता है वहाँ पर संकट, क्लेष, असंतोष मिलता है। ये सब प्रवृत्तियाँ कुमति से जन्म लेती हैं। इनका जड़ से नाश करने के लिए सुमति को माध्यम बनाया जा सकता है। विज्ञान की जो उपलब्धियां मनुष्य जाति की सेवा में लगी रहती हैं।

अगर व्यक्ति उनमे सुमति का परिचय दे तो वे स्वर्ग को भी धरती पर उतार सकते हैं। यदि कुमति अपना प्रभाव दिखाए तो सारा संसार ही नष्ट होने की सीमा पर पहुंच सकता है। सुमति के कारण सुख और आशा के फूल खिलते हैं लेकिन कुमति से दुःख और निराशा के काँटे पैदा होते हैं।

Related posts:

  1. मेरी प्रिय पुस्तक रामचरित्रमानस पर निबंध
  2. मुंशी प्रेमचंद पर निबंध-Munshi Premchand Par Nibandh
  3. चिड़ियाघर की सैर पर निबंध-Essay for Kids on Zoo in Hindi
  4. वायु प्रदूषण पर निबंध-Essay On Air Pollution In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  5. ई-कॉमर्स व्यवसाय पर निबंध
  6. नैतिक शिक्षा पर निबंध-Essay on The Inevitability of Moral Education in Hindi
  7. वर्तमान शिक्षा प्रणाली-Essay on Modern Education System in Hindi
  8. है अँधेरी रात पर दीपक जलाना कब मना है हिंदी निबंध
  9. मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध-My Aim In Life Essay In Hindi
  10. रक्षाबंधन पर निबंध-Essay On Raksha Bandhan In Hindi
  11. सरदार वल्लभ भाई पटेल पर निबंध-Essay On Sardar Vallabhbhaipatel In Hindi
  12. क्रिसमस पर निबंध-Essay on Christmas In Hindi
  13. शिक्षक पर निबंध-Essay On Teacher In Hindi
  14. जल बचाओ पर निबंध-Essay On Save Water In Iindi
  15. इंटरनेट पर निबंध-Essay On Internet In Hindi
  16. मित्रता पर निबंध-Essay On Friendship In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  17. दीपावली पर निबंध – Diwali Essay In Hindi
  18. समाचार पत्र पर निबंध-Essay On Newspaper In Hindi
  19. Essay On Beti Bachao Beti Padhao In Hindi For Class 5,6,7 And 8
  20. Swachh Bharat Abhiyan In Hindi-स्वच्छ भारत अभियान से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें

Popular Posts

  • List of 3 forms of Verbs in English and Hindi – English Verb Forms
  • Hindi numbers 1 To 100 – Counting In Hindi – Hindi Ginti
  • ज़िन्दगी के मायने समझाते 300+ अनमोल विचार-Life Quotes In Hindi
  • Essay On Diwali In Hindi (100, 200, 300, 500, 700, 1000 Words)
  • Flower Names in Hindi and English फूलों के नाम List of Flowers
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध-Importance Of Hard Work Essay In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  • Hindi Numbers 1 to 50
  • Human Body Parts Names in English and Hindi – List of Body Parts मानव शरीर के अंगों के नाम
  • Vegetables Name In Hindi and English सब्जियों के नाम List of Vegetables a-z with details

More Related Content

  • समय के महत्व पर निबंध-Value Of Time Essay In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध-Environmental Pollution Essay In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  • जल प्रदूषण पर निबंध-Essay On Water Pollution In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  • वायु प्रदूषण पर निबंध-Essay On Air Pollution In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध-Importance Of Hard Work Essay In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  • परोपकार पर निबंध-Essay On Paropkar In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000+ Words)
  • मित्रता पर निबंध-Essay On Friendship In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  • जन्माष्टमी पर निबंध-Essay On Janmashtami In Hindi
  • गणेश चतुर्थी पर निबंध-Essay On Ganesh Chaturthi In Hindi
  • ईद पर निबंध-Essay On Eid In Hindi
  • ओणम पर निबंध-Essay On Onam In Hindi
  • पोंगल पर निबंध-Essay On Pongal In Hindi
  • दशहरा पर निबंध-Essay On Dussehra In Hindi
  • दुर्गा पूजा पर निबंध-Essay On Durga Puja In Hindi
  • राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी पर निबंध-Mahatma Gandhi Essay In Hindi
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध-Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi
  • रक्षाबंधन पर निबंध-Essay On Raksha Bandhan In Hindi
  • बेटी बचाओ बेटी पढाओ पर निबंध-Beti Bachao Beti Padhao In Hindi
  • Holi Essay in Hindi होली पर निबंध
  • दीपावली पर निबंध – Diwali Essay In Hindi
  • क्रिसमस पर निबंध-Essay on Christmas In Hindi
  • भाग्य और पुरुषार्थ पर निबंध-Essay on Bhagya aur Purusharth
  • जहाँ सुमति तहँ संपति नाना पर निबंध
  • परीक्षाओं में बढती नकल की प्रवृत्ति पर निबंध-Hindi Nibandh
  • प्रातःकाल का भ्रमण पर निबंध-Paragraph On Morning Walk In Hindi
  • यदि मैं पुलिस अधिकारी होता पर निबंध
  • यदि मैं शिक्षा मंत्री होता पर निबंध
  • मेरी प्रिय पुस्तक रामचरित्रमानस पर निबंध
  • मुंशी प्रेमचंद पर निबंध-Munshi Premchand Par Nibandh
  • ई-कॉमर्स व्यवसाय पर निबंध
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • >>

Copyright © 2025 · Hindimeaning.com · Contact · Privacy · Disclaimer