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शतावरी के फायदे और नुकसान-Shatavari Churna Benefits And Side Effects In Hindi

शतावर के फायदे :

1. यौन इच्छा बढ़ाने में फायदेमंद : शतावर का सेवन करने से पुरुषों में सेक्स की इच्छा बढती है और सेक्स पावर को उसके उच्चतम स्तर पर ले जाता है। आप शतावर के चूर्ण की लगभग चार या पांच ग्राम की मात्रा को प्रतिदिन दिन में दो बार गर्म दूध के साथ सेवन करें इससे आपको बहुत लाभ होगा।

2. यौन विकारों में फायदेमंद : शतावर एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक की तरह काम करता है क्योंकि यह शरीर से अतिरिक्त नमक और तरल पदार्थों को शरीर से निकालने में मदद करता है। शतावर में एमिनो एसिड पाया जाता है जिसकी मदद से मूत्र पथ या यौन से संबंधित रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। आप शतावर के चूर्ण को शक्कर मिलाए हुए एक कप दूध में डालकर पीएं इससे आपकी मूत्र में खून आने जैसी यौन विकार की समस्या ठीक हो जाएगी।

3. गर्भावस्था में फायदेमंद : शतावरी में एंटीऑक्सीडेंट और फोलेट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो गर्भ में तंत्रिका ट्यूब को स्वस्थ रखने और रोगों से बचाने में मदद करता है। शतावर का प्रतिदिन सेवन करने से गर्भावस्था में भ्रूण को संक्रमण से बचाया जा सकता है।

4. वजन कम करने में फायदेमंद : शतावर में कैलोरी और फैट की मात्रा कम होने के साथ-साथ इसमें बहुत से घुलनशील और अघुलनशील फाइबर होते हैं जो कोलेस्ट्रोल के लेवल को कम करके वजन को कम करने में मदद करते हैं।

5. मधुमेह में फायदेमंद : शतावर में शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने वाले पोषक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। शतावर में क्रोमियम खनिज पाया जाता है जो खून में चीनी की मात्रा को नियंत्रित करने में सहायता करता है जिसकी वजह से यह डायबिटीज रोग के लिए फायदेमंद होती है। आप शतावर की जड़ों का चूर्ण लेकर उसे दूध के साथ पीने से बहुत लाभ होता है।

6. माइग्रेन में फायदेमंद : शतावर में ऐसे पोषक तत्व और फाइबर पाए जाते हैं जो माइग्रेन के दौरान होने वाले असहनीय सिरदर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। आप सबसे पहले शतावर की एक तजा जड़ लें और उसे अधकुटा सा कर लें। अब इसका स्वरस निकालें और इसमें रस की बराबर मात्रा में तिल का तेल मिलाकर पका लें। इस तेल को सिरदर्द में लगाने से आपको बहुत फायदा होगा।

7. त्वचा में फायदेमंद : शतावर में ग्लूटाथियोन पाया जाता है जो सूर्य की हानिकारक किरणों और प्रदूषण से त्वचा की रक्षा करने के साथ-साथ त्वचा और चेहरे को नमी और दागों को कम करने में मदद करता है। शतावर का सेवन करने से त्वचा स्वस्थ, सुंदर और चमकदार बनती है।

8. अनिंद्रा में फायदेमंद : शतावर में फोलेट की उचित मात्रा पाई जाती है जो तनाव को दूर करके अनिंद्रा रोग से छुटकारा पाने में मदद करता है। सबसे पहले आप शतावर की जड़ लें और उसे खीर के रूप में पका लें और उसमें थोडा सा गाय का घी डालें। अब इसका सेवन कर लें इससे आपकी अनिंद्रा की समस्या बिलकुल ठीक हो जाएगी।

9. बुखार में फायदेमंद : शतावर की तासीर ठंडी होती है जिसकी वजह से यह बुखार जैसी समस्या पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है। आप शतावर और गिलोय का रस समान मात्रा में लें और इन्हें अच्छी तरह मिला लें क्योंकि इससे आपकी बुखार की समस्या ठीक हो जाएगी।

10. खांसी में फायदेमंद : शतावरी का सेवन करने से खांसी और गले की खराश को खत्म किया जा सकता है क्योंकि शतावर को खांसी से छुटकारा पाने के लिए एक प्राकृतिक इलाज के रूप में प्रयोग किया जाता है। सबसे पहले आप एक चौथाई शतावर का चूर्ण, दो चौथाई वासा के पत्तों का रस, मिश्री का पाउडर आदि लें। अब इन तीनों चीजों को मिलाकर खाने से खांसी में बहुत जल्द आराम होता है।

11. कैंसर में फायदेमंद : शतावर में सल्फोराफेन के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लमाटरीज मौजूद होते हैं जो कैंसर के रोकने के साथ-साथ कैंसर के सेल्स को भी बढने से रोकता है।

12. ब्लड प्रेशर में फायदेमंद : शतावर में पोटेशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है और नमक की मात्रा को कम कर देता है जिससे ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है इसलिए शतावर ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए बहुत अच्छा विकल्प है।

13. हड्डियों में फायदेमंद : शतावर में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो हड्डियों और जोड़ों को मजबूत करने में मदद करता है क्योंकि शतावर एक प्रीबायोटिक है जिससे कैल्शियम का अवशोषण बढ़ जाता है और हड्डियाँ मजबूत होने लगती हैं। आप अश्वगंधा, शतावरी और आमलकी का चूर्ण समान मात्रा में लें और इन तीनों को मिलाकर सेवन करें।

14. प्रतिरक्षा प्रणाली में फायदेमंद : शतावर का सेवन करने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के साथ-साथ उसे मजबूत भी बनाया जा सकता है।

15. हैंगओवर में फायदेमंद : शतावर में बहुत से मिनरल्स और एमिनो एसिड पाया जाता है जो रात भर पार्टी में किए गए हैंगओवर को दूर करने के लिए एक बहुत ही आसान विकल्प है।

16. ह्रदय रोगों में फायदेमंद : शतावरी में विटामिन बी की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो हेमोसिस्टीन को नियंत्रित करके रक्त वाहिकाओं को हानि पहुंचने से बचाती है जिससे ह्रदय को मजबूत रखने के साथ-साथ ह्रदय रोगों से बचाया जा सकता है।

17. अवसाद में फायदेमंद : शतावरी में फोलेट पाया जाता है जो हेमोसाइस्टिन की उत्पत्ति को नियंत्रित नियंत्रित करता है जिसकी वजह से अवसाद या तनाव की स्थिति पैदा होती है। शतावरी का सेवन करके तनाव और अवसाद की सभी समस्याओं की संभावना को कम किया जा सकता है।

18. बढती उम्र में फायदेमंद : शतावर में एंटीऑक्सीडेंट ग्लूटाथियोन बढती उम्र के लक्षणों को रोकने में मदद करता है। शतावर में फोलेट और विटामिन बी12 पाए जाते हैं जो बढ़ते हुए बुढ़ापे को रोकते हैं।

19. पथरी में फायदेमंद : शतावर में एमिनो एसिड पाया जाता है जो एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक के रूप में कार्य करता है। यह शरीर से हानिकारक तरल पदार्थों को मूत्र पथ से बाहर निकाल देता है। शतावर पथरी में उपस्थित होने वाले हानिकारक पदार्थों को दूर करके पथरी को खत्म करने में लाभदायक होती है। आप शतावर के रस को बीस या तीस ग्राम की मात्रा में लें और उसे गाय के दूध के साथ मिलाकर सेवन करें इससे आपकी पथरी मूत्र के साथ बाहर निकल जाएगी।

20. जुकाम में फायदेमंद : शतावर में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो किसी भी व्यक्ति को जुकाम के वायरस से बचाने में मदद करते हैं। जुकाम के रोग को ठीक करने के लिए आप नौ या दस ग्राम की मात्रा में शतावर का चूर्ण लें और उसे पिसी हुई काली मिर्च के साथ खाएं इससे आपको बहुत आराम मिलेगा।

21. नपुंसकता में फायदेमंद : पुरुषों के द्वारा शतावर के नियमित रूप से सेवन से नपुंसकता को खत्म किया जा सकता है क्योंकि शतावर पुरुषों के अंडकोष को स्वस्थ रखने के साथ-साथ उसे सफल रूप से सक्रिय करने में मदद करती है। सबसे पहले आप अश्वगंधा, शतावरी, सफेद मूसली और कौंच आदि के बीजों को पीसकर उसका चूर्ण तैयार कर लें। अब इस चूर्ण को गाय के दूध में मिलाकर सेवन करें इससे आपको बहुत मदद मिलेगी।

22. प्रजनन प्रणाली में फायदेमंद : शतावर में प्राकृतिक रूप से फाइटो-एस्ट्रोजन होर्मोन होते हैं जो महिलाओं की स्वस्थ प्रजनन प्रणाली के लिए जरूरी होती है। शतावर महिला के गर्भाशय को मजबूत करने के साथ-साथ बच्चे को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है। सबसे पहले मुलेठी और अश्वगंधा के चूर्ण को समान मात्रा में लें। अब इसमें थोडा सा घी मिलाकर इसे चाटें इससे आपको बहुत फायदा होगा।

23. रजोनिवृत्ति में फायदेमंद : शतावर की तासीर ठंडी होती है जिससे यह ऊर्जा देने के साथ-साथ रजोनिवृति होने पर होने वाली समस्याओं को ठीक करता है। शतावर होर्मोन संतुलन का काम करता है और पहले से संतुलित होर्मोन का पक्ष भी लेता है।

24. कब्ज और सूजन में फायदेमंद : शतावर में इन्युलिन पाया जाता है जो एक कार्बोहाइड्रेट होता है और पेट में उपस्थित अच्छे बैक्टीरिया लैक्टोबैसिलि का पोषण होता है इसी वजह से शतावरी आँतों की कार्य क्षमता को मजबूत करने और बढ़ाने का काम करती है। शतावरी का सेवन करके सूजन और कब्ज को रोका जा सकता है क्योंकि इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है।

25. स्तनपान में फायदेमंद : शतावर में बहुत से फाइबर और मिनरल्स पाए जाते हैं जो महिलाओं के स्तन में दूध की वृद्धि करने में मदद करते हैं। आप एक गिलास गाय के गर्म दूध के साथ पांच ग्राम की मात्रा में शतावर का चूर्ण मिलाकर उसका सेवन करें इससे आपको बहुत लाभ होगा।

शतावर के नुकसान :

1. गैस होना : शतावर का सेवन करने से आपको गैस बन सकती है।

2. एलर्जी होना : अगर आपको प्याज से एलर्जी है तो हो सकता है कि आपको शतावर से भी एलर्जी हो।

3. किडनी स्टोन होना : शतावर का सेवन करने से आपकी किडनी में पथरी की समस्या हो सकती है।

4. मूत्र विकार होना : शतावर का सेवन करने से आपके यूरिन में बदबू बन सकती है।

5. त्वचा में नुकसानदायक : शतावर का प्रयोग सीधे अपनी त्वचा पर करने से भी आपको एलर्जी हो सकती है।

6. अधिक सेवन नुकसानदायक : शतावर का सेवन अधिक मात्रा में करने से बहुत अधिक नुकसान होता है।

7. वजन बढना : शतावर का सेवन करने से आपका वजन बढ़ सकता है।

8. किडनी विकार होना : शतावर के अत्यधिक सेवन से आपको किडनी की समस्या भी हो सकती है।

9. उच्च रक्तचाप होना : शतावर का सेवन करने से रक्तचाप बढ़ सकता है।

10. गर्भावस्था में नुकसानदायक : गर्भावस्था में शतावर का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।

शतावर का सेवन :

1. सिकी हुई शतावर का सेवन : आप शतावर को तवे पर सेक कर खा सकते हैं।

2. सब्जी के साथ सेवन : आप चाहें तो शतावर का सेवन सब्जी बनाकर भी कर सकते हैं।

3. गोली के रूप में सेवन : शतावर को आप गोली के रूप में भी खा सकते हैं।

4. चूर्ण के रूप में सेवन : आप शतावर का सेवन चूर्ण के रूप में कर सकते हैं।

5. दूध के साथ सेवन : अगर आप चाहें तो शतावर का सेवन दूध के साथ भी कर सकते हैं।

6. चाय के रूप में सेवन : आप शतावर की चाय बनाकर उसका भी सेवन कर सकते हैं।

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