• Home
  • IPO GMP
  • K.G. Classes
  • Hindi Vyakaran
  • हिंदी निबंध
  • Yoga
    • Yoga In Hindi
    • Yoga In English
    • Mantra
    • Chalisa
  • Vocabulary
    • Daily Use Vocabulary
    • Daily Use English Words
    • Vocabulary Words
  • More
    • Blogging
    • Technical Knowledge In Hindi
    • Tongue Twisters
    • Tenses in Hindi and English
    • Hindu Baby Names
      • Hindu Baby Boy Names
      • Hindu Baby Girl Names
    • ADVERTISE HERE
    • Contact Us
    • Learn Spanish

hindimeaning.com

नीम के फायदे और नुकसान-Neem (Azadirachta Indica) Benefits And Side Effects In Hindi

नीम के फायदे :

1. कीड़े के काटने में फायदेमंद : नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं जो बिच्छू या मधुमक्खी जैसे विषैले कीटों द्वारा काटने या डंक मारने पर आप उस जगह पर नीम के पत्तों को पीसकर बनाए गए लेप को लगाएं इससे जहर का प्रभाव खत्म हो जाएगा और आपको बहुत लाभ होगा।

2. जले में फायदेमंद : नीम में एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो जले को ठीक करने में मदद करता है इसके लिए आप सबसे पहले नीम की कुछ पत्तियां लें और उन्हें पीसकर लेप बना लें और उसे अपने शरीर के प्रभावित भाग पर लगायें इससे आपको बहुत लाभ होगा इसके अतिरिक्त आप नीम के तेल को भी अपने घाव पर लगा सकते हैं इससे भी आपको बहुत मदद मिलेगी।

3. फुंसियों में फायदेमंद : नीम में बहुत से पोषक तत्व और एंटी बायोटिक गुण पाए जाते हैं जो फोड़े और फुंसियों की समस्या से बचने के साथ-साथ उसे कम करने में भी मदद करते हैं इसके लिए आप सबसे पहले नीम के पत्ते, छाल और फलों को बराबर मात्रा में लें। अब इन सभी को एक साथ मिलाकर इनका पेस्ट तैयार कर लें और अपने शरीर के प्रभावित भाग पर लगाएं इससे आपको बहुत लाभ होगा।

4. कानों में फायदेमंद : नीम में जीवाणुरोधी और रोगाणु रोधी गुण पाए जाते हैं जो कान में होने वाले दर्द या कान के बहने की समस्या को कम कर देते हैं। आप सबसे पहले नीम का थोडा सा तेल लें। अब इस तेल को हल्का सा गर्म कर लें और ठंडा होने के बाद इस तेल की एक या दो बूंदें अपने कान में नियमित रूप से डालें इससे आपको बहुत लाभ होगा।

5. दांतों में फायदेमंद : नीम में जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं जो दांतों में पाए जाने वाले कीटाणुओं को नष्ट करके दांतों में होने वाली सभी समस्याओं को दूर कर देता है जिसके साथ-साथ मसूड़ों और दांतों को मजबूत और चमकीला बनता है इसके लिए आप नीम की छाल और कुछ पत्ते लें। अब इन दोनों को पानी में उबालें और इस पानी से कुल्ला करें इसके अतिरिक्त आप नीम की दातुन का प्रयोग भी कर सकते हैं इससे भी आपको बहुत लाभ होगा।

6. पीलिया में फायदेमंद : नीम में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो पीलिया की समस्या को कम करने में मदद करते हैं जो पित्ताशय से आंत में पहुंचने वाले पित्त में रुकावट आने की वजह से होता है। पीलिया होने पर आप नीम की पत्तियों के रस को सोंठ के चूर्ण में मिलाकर सेवन करें इसके अतिरिक्त आप थोडा सा शहद लें और इससे दो गुना नीम की पत्तियों का रस और छाल का क्वाथ मिलाकर इसका सेवन करने के लिए दें इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा।

7. पथरी में फायदेमंद : नीम में बहुत से एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो पथरी की समस्या को कम करने के साथ-साथ उसे दूर करने में मदद करता है इसके लिए आप नीम की कुछ पत्तियों को पानी में उबालकर उस पानी का सेवन करें इससे आपकी पथरी निकल जाएगी लेकिन अगर आपको किडनी में पथरी है तो आप प्रतिदिन नीम की पत्तियों की रख को पानी के साथ ले सकते हैं इससे आपको बहुत जल्द फायदा दिखाई देगा।

8. पाचन तंत्र में फायदेमंद : नीम में बहुत से पोषक तत्व और गुण पाए जाते हैं जिनके सेवन से पाचन तंत्र से जुडी बहुत सी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है इसके लिए आप नीम के पत्तों का रस लें और उसमें शहद और काली मिर्च मिलाकर उसका सेवन करें इससे आपके पेट के कीड़े मर जाएँगे इसके अतिरिक्त अगर आपको कब्ज की समस्या है तो आप नीम के फूलों को गर्म पानी में डालकर इसके पानी का सेवन करें इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा।

9. मधुमेह में फायदेमंद : नीम में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो खून में शर्करा के स्तर को कम कर देते हैं जिससे मधुमेह रोग को कम किया जा सकता है जो व्यायाम की कमी या आहार में प्रोटीन की कमी से होती है इसके लिए आप नीम के जूस का सेवन सुबह के समय कर सकते हैं इससे आपको बहुत लाभ होगा इसके अतिरिक्त आप नीम के तने की छाल और मेथी के पाउडर का काढ़ा बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं इससे भी आपको डायबिटीज में बहुत फायदा होगा।

10. कोलेस्ट्रोल में फायदेमंद : नीम एक रक्त शोधक औषधि के रूप में काम करता है जो कोलेस्ट्रोल को कम करने में मदद करता है जिससे बहुत सी समस्याओं को कम किया जा सकता है इसके लिए आप आप कम-से-कम दो सौ ग्राम नीम की पत्तियों का प्रयोग करें इससे कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम किया जा सकता है।

11. ह्रदय रोगों में फायदेमंद : नीम में बहुत से पोषक तत्व और गुण पाए जाते हैं जो शरीर को ह्रदय रोगों से मुक्त रखने में मदद करता है इसके लिए आप नीम की पत्तियों का महीने में कम-से-कम दस दिनों तक सेवन करें इससे आपको हार्ट अटैक आने का खतरा भी कम हो जाएगा।

12. त्वचा में फायदेमंद : नीम में एंटी-वायरल, एंटी-सेप्टिक, शुक्राणुनाशक गुण पाए जाते हैं जो त्वचा को सुंदर, चमकदार और रोगरहित बनाने में मदद करती है इसके लिए आप नीम की पत्तियों का रस पिएं क्योंकि इससे खून साफ होता है जिससे चेहरे की चमक बढती है इसके अतिरिक्त आप नीम के तेल से शरीर की मालिश करें इससे आपको बहुत फायदा होगा।

13. बालों में फायदेमंद : नीम एक बेहतरीन हेयर कंडिशनर के रूप में काम करता है जिससे बालों की सभी समस्याओं को दूर किया जा सकता है इसके लिए आप नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर पीस लें और पेस्ट तैयार कर लें। अब इस पेस्ट में शहद मिलाएं इससे आपके बालों की रुसी की समस्या ठीक होने के साथ-साथ आपके बाल मुलायम और चमकीले हो जाएँगे।

14. मुंहासों में फायदेमंद : नीम में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो मुंहासों की समस्या को कम करके त्वचा को सुंदर और चमकदार बनाने में मदद करते हैं इसके लिए आप नीम की कुछ पत्तियां लें और उन्हें पानी में डालकर अच्छी तरह उबालें। उबलने के बाद इसे ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने के बाद इस पानी से चेहरा धोएं।

15. कैंसर में फायदेमंद : नीम एक जीवाणुरोधी एजेंट की तरह काम करता है जो शरीर को कैंसर जैसी हानिकारक बीमारी से बचाने में मदद करता है क्योंकि नीम की पत्तियों में कैंसर के जीवाणुओं को नष्ट करने की क्षमता पाई जाती है जो कैंसर के बढने को रोक देता है और कैंसर के उपचार में मदद करता है। आप सबसे पहले नीम के बिज, पत्ते, फूल और फल आदि का अर्क लेकर इसका सेवन करें इससे आपको बहुत से प्रकार के कैंसर से छुटकारा मिल जाएगा।

16. पायरिया में फायदेमंद : अगर आपके मुंह से दुर्गंध आती है तो आप नीम का सेवन कर सकते हैं इसके लिए आप नवीन के पाउडर को लें और उसमें दो चम्मच की मात्रा ने शहद मिलकर उसे खा लें इससे आपको पायरिया और मुंह से दुर्गंध आने की समस्या दोनों से छुटकारा मिल जाएगा।

17. चिकन पॉक्स में फायदेमंद : नीम में एंटी-सेप्टिक, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं जो चिकन पॉक्स की समस्या को दूर करने में मदद करता है इसके लिए आप नीम की पत्तियां लेकर उसे अपने बेड या बिस्तर पर बिछाकर उस पर सोएं जिसके साथ-साथ आप नीम की पत्तियों को पानी में डालकर इस पानी से स्नान करें इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा।

18. एलर्जी में फायदेमंद : नीम में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो एलर्जी होने की समस्या को दूर और कम करने में मदद करते हैं। आप सुबह के समय उठकर नीम के पत्तों से पेस्ट बनाकर छोटी-छोटी गोलियां तैयार कर लें। अब इन गोलियों को शहद या पानी की मदद से निगल लें लेकिन इसके एक या सवा घंटे तक कुछ न खाएं।

19. हैजा में फायदेमंद : नीम में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बैक्टीरिया की वजह से हुई हैजा की समस्या को कम करने में मदद करती है इसके लिए आप एक कप पानी में नीम की कुछ पत्तियां मिलाकर सुबह के समय खाली पेट पीने से बहुत लाभ होता है।

20. प्रजनन क्षमता में फायदेमंद : नीम का तेल एक प्रभावी गर्भनिरोधक के रूप में भी काम करता है जिससे नीम व्यक्ति के शरीर में यौन प्रदर्शन और कामेच्छा को प्रभावित किए बिना ही महिलाओं और पुरुष दोनों में प्रजनन क्षमता को कम कर देता है क्योंकि नीम भी शुक्राणु के रूप में काम करता है और योनि सपोसिटरी के रूप में प्रयोग होने पर यौन संचारित संक्रमणों को रोका जा सकता है।

21. गठिया में फायदेमंद : नीम में एंटी-बायोटिक, एंटी-वायरल और एंटी-सेप्टिक गुण पाए जाते हैं जो गठिया रोग के दौरान होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करती है इसके लिए आप एक कप पानी में थोड़ी सी नीम की पत्तियां और फूलों को डालकर अच्छी तरह उबालें और इसे छानकर इसका दिन में दो बार सेवन करें इससे आपको बहुत लाभ होगा इसके अतिरिक्त आप नीम के तेल से अपनी मांसपेशियों की मालिश करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

22. मलेरिया में फायदेमंद : नीम की पत्तियों में एंटी-माइमरियल गुण पाए जाते हैं जो मलेरिया की समस्या को दूर करने के साथ-साथ मलेरिया रोग से लड़ने में भी मदद करते हैं इसके लिए आप नीम की पत्तियों की चाय बनाकर उसका सेवन करें इससे आपको बहुत अधिक लाभ प्राप्त होगा।

23. आँखों में फायदेमंद : नीम में ऐसे बहुत से गुण पाए जाते हैं जिनके सेवन या प्रयोग से आँखों की समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है इसके लिए आप नीम की कुछ पत्तियां लें और इन्हें पानी में डालकर अच्छी तरह उबालें। ठंडा होने के बाद इस पानी से अपनी आँखें धो लें क्योंकि इसका प्रयोग करने से आपकी आँखों में होने वाली जलन कम हो जाएगी।

24. इंफेक्शन में फायदेमंद : नीम में एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं जो त्वचा पर इंफेक्शन नहीं होने देता है और इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाए रखता है। शरीर में इंफेक्शन होने पर नीम की पत्तियों का पेस्ट या नीम का तेल अपने पूरे शरीर पर लगाने से संक्रमण की समस्या दूर हो जाएगी इसके अलावा अगर आपके पैरों में डैड हो गए हैं तो आप नीम के तेल की मालिश करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

25. घाव में फायदेमंद : नीम में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो घाव को जल्दी ठीक करके इंफेक्शन से बचाव करने में भी मदद करते हैं इसके लिए आप नीम की कुछ पत्तियां लेकर पेस्ट तैयार कर लें और इसमें जैतून के तेल को मिलाएं। अब इस पेस्ट को अपने घाव पर लगायें इससे आपको बहुत अधिक लाभ होगा।

26. मूत्र संक्रमण में फायदेमंद : नीम में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो यूरिन संक्रमण से बचाव करने में मदद करते हैं इसके लिए आप सुबह के समय उठकर नीम के कुछ ताजा और कोमल पत्ते लेकर उन्हें चबाएं इससे आपको बहुत अधिक लाभ प्राप्त होगा।

27. सिरदर्द में फायदेमंद : नीम में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो किसी वजह से होने वाले सिरदर्द को कम करने में मदद करते हैं इसके लिए आप नीम की कुछ ताजी पत्तियां लें और उन्हें पीसकर रस निकाल लें। अब इस रस को दो या तीन बूंद की मात्रा में अपनी नाक में टपकाएं इससे आपको बहुत आराम मिलेगा।

28. बवासीर में फायदेमंद : नीम में बवासीर को कम करने के गुण पाए जाते हैं इसलिए आप नीम और कनेर के पत्तों को एक बराबर मात्रा में लें और इन्हें पीसकर लुगदी तैयार कर लें। अब इस लुगदी को गुदे पर लगाकर बांध लें इसके अतिरिक्त आप नीम के तेल को बवासीर के मस्सों पर लगाएं इससे भी आपको बहुत लाभ होगा।

नीम के नुकसान :

1. गर्भावस्था में नुकसानदायक : अगर आप गर्भवती हैं तो आपको नीम की पत्ती का उपभोग नहीं करना चाहिए क्योंकि प्रतिरक्षा प्रणाली अधिक नीम के संपर्क से अधिक सक्रिय हो जाती है जो शरीर को शुक्राणु कोशिकाओं को अस्वीकार करने या गर्भवती भ्रूण को बाहर निकालने का कारण बन सकता है।

2. छोटे बच्चों में नुकसानदायक : अगर छोटे बच्चों के द्वारा नीम का सेवन किया जाए तो नीम में मौजूद पदार्थ छोटे बच्चों में सिंड्रोम के लक्षण पैदा कर सकता है।

3. थकान में नुकसानदायक : थकान से पीड़ित लोगों को नीम की खपत से बचना चाहिए क्योंकि इसमें बीमारी की गंभीरता बढने का उच्च मौका होता है।

4. मौखिक सेवन नुकसानदायक : अगर आप वृत रखते हैं तो उस समय नीम के मौखिक सेवन से बचे क्योंकि यह खून में शर्करा की मात्रा को कम कर देता है जो हानिकारक हो सकता है।

5. मधुमेह में नुकसानदायक : नीम खून में शर्करा के स्तर को कम कर देता है इसलिए अगर आप मधुमेह में नीम का सेवन करते हैं तो अपने चिकित्सक की निगरानी में ही इसका सेवन करना चाहिए।

6. आँखों में नुकसानदायक : अगर आप अपने बालों के लिए नीम के तेल का प्रयोग कर रहे हैं तो यह बालों को धोते समय आँखों में जलन होने का कारण बन सकता है।

7. पेट में नुकसानदायक : नीम का अधिक मात्रा में सेवन करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है जिससे पेट में जलन हो सकती है।

8. किडनी में नुकसानदायक : नीम में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जिसके अधिक मात्रा में सेवन से किडनी और लीवर के साथ-साथ शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित हो सकते हैं।

9. अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक : व्यक्ति के द्वारा अधिक मात्रा में नीम का सेवन करने से उसे एलर्जी, उल्टी, मतली और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

10. रक्तचाप में नुकसानदायक : जो लोग निम्न रक्तचाप से पीड़ित हैं उन्हें नीम की पत्तियों के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि यह रक्तचाप को निम्न करते हैं।

11. शुक्राणुओं में नुकसानदायक : व्यक्ति के द्वारा तीन से अधिक मिलीग्राम सेवन करने से नीम के पत्तो का रस शुक्राणु नष्ट कर सकता है क्योंकि नीम का रस स्पर्म को गतिहीन कर सकता है और कुछ ही पलों में सभी मानव शुक्राणुओं को खत्म कर सकता है।

नीम का प्रयोग :

1. पानी के साथ प्रयोग : आप नीम की कुछ पत्तियां तोड़कर उन्हें पानी में उबालें और इस पानी का प्रयोग अपने शरीर पर करें।

2. चंदन के साथ प्रयोग : आप नीम के पाउडर, तुलसी और चंदन के पाउडर को एक साथ पीसकर पेस्ट तैयार कर लें। पेस्ट तैयार करने के बाद आप इस पेस्ट का प्रयोग कर सकते हैं।

3. अंगूर तेल के साथ प्रयोग : आप नीम के पाउडर को अंगूर के तेल के साथ मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें और इस पेस्ट का प्रयोग करें।

4. तेल के रूप में सेवन : आप नीम के तेल का सेवन करने के साथ-साथ तेल का प्रयोग भी कर सकते हैं।

5. रस के रूप में सेवन : आप नीम की पत्तियों को पीसकर उसका रस निकाल लें और इसका सेवन करें।

6. गोलियों के रूप में सेवन : आप नीम की कुछ पत्तियां लें और उन्हें बारीक पीसकर गोलियां बना लें। अब आप इन गोलियों का सेवन कर सकते हैं।

7. काली मिर्च के साथ सेवन : आप नीम की पत्तियों का रस लेकर उसमें शहद और काली मिर्च मिलाएं और इसका सेवन करने से आपको बहुत अधिक लाभ होगा।

8. सोंठ के साथ सेवन : आप नीम की पत्तियों का थोडा सा रस लें और उसमें सोंठ का चूर्ण मिलाकर उसका सेवन करें।

Related posts:

  1. शतावरी के फायदे और नुकसान-Shatavari Churna Benefits And Side Effects In Hindi
  2. अश्वगंधा के फायदे और नुकसान-Ashwagandha Benefits And Side Effects In Hindi
  3. शिलाजीत के फायदे और नुकसान-Shilajit Benefits And Side Effects In Hindi
  4. सौंफ के फायदे और नुकसान-Fennel Benefits And Side Effects In Hindi
  5. मूसली के फायदे और नुकसान-Musli Benefits And Side Effects In Hindi
  6. मुलेठी के फायदे और नुकसान-Mulethi (Liquorice In Hindi) Benefits And Side Effects In Hindi
  7. हल्दी के फायदे और नुकसान-Turmeric (Curcuma Longa) Benefits And Side Effects In Hindi
  8. तुलसी के फायदे और नुकसान-Basil (Ocimum Basilicum) Benefits And Side Effects In Hindi
  9. दालचीनी के फायदे और नुकसान
  10. आंवला के फायदे और नुकसान-Gooseberry (Ribes uva-crispa) Benefits And Side Effects In Hindi
  11. हींग के फायदे और नुकसान-Asafoetida (Ferula Assa-Foetida) Benefits And Side Effects In Hindi
  12. एलोवेरा के फायदे और नुकसान-Aloe Vera ( (L.) Burm.f.) Benefits And Side Effects In Hindi
  13. नागकेसर के फायदे और नुकसान

Popular Posts

  • List of 3 forms of Verbs in English and Hindi – English Verb Forms
  • Hindi numbers 1 To 100 – Counting In Hindi – Hindi Ginti
  • ज़िन्दगी के मायने समझाते 300+ अनमोल विचार-Life Quotes In Hindi
  • Essay On Diwali In Hindi (100, 200, 300, 500, 700, 1000 Words)
  • Flower Names in Hindi and English फूलों के नाम List of Flowers
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध-Importance Of Hard Work Essay In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  • Hindi Numbers 1 to 50
  • Human Body Parts Names in English and Hindi – List of Body Parts मानव शरीर के अंगों के नाम
  • Vegetables Name In Hindi and English सब्जियों के नाम List of Vegetables a-z with details

More Related Content

  • शतावरी के फायदे और नुकसान-Shatavari Churna Benefits And Side Effects In Hindi
  • अश्वगंधा के फायदे और नुकसान-Ashwagandha Benefits And Side Effects In Hindi
  • शिलाजीत के फायदे और नुकसान-Shilajit Benefits And Side Effects In Hindi
  • सौंफ के फायदे और नुकसान-Fennel Benefits And Side Effects In Hindi
  • मूसली के फायदे और नुकसान-Musli Benefits And Side Effects In Hindi
  • मुलेठी के फायदे और नुकसान-Mulethi (Liquorice In Hindi) Benefits And Side Effects In Hindi
  • हल्दी के फायदे और नुकसान-Turmeric (Curcuma Longa) Benefits And Side Effects In Hindi
  • तुलसी के फायदे और नुकसान-Basil (Ocimum Basilicum) Benefits And Side Effects In Hindi
  • दालचीनी के फायदे और नुकसान
  • आंवला के फायदे और नुकसान-Gooseberry (Ribes uva-crispa) Benefits And Side Effects In Hindi
  • हींग के फायदे और नुकसान-Asafoetida (Ferula Assa-Foetida) Benefits And Side Effects In Hindi
  • एलोवेरा के फायदे और नुकसान-Aloe Vera ( (L.) Burm.f.) Benefits And Side Effects In Hindi
  • नीम के फायदे और नुकसान-Neem (Azadirachta Indica) Benefits And Side Effects In Hindi
  • नागकेसर के फायदे और नुकसान

Copyright © 2025 · Hindimeaning.com · Contact · Privacy · Disclaimer