• Home
  • IPO GMP
  • K.G. Classes
  • Hindi Vyakaran
  • हिंदी निबंध
  • Yoga
    • Yoga In Hindi
    • Yoga In English
    • Mantra
    • Chalisa
  • Vocabulary
    • Daily Use Vocabulary
    • Daily Use English Words
    • Vocabulary Words
  • More
    • Blogging
    • Technical Knowledge In Hindi
    • Tongue Twisters
    • Tenses in Hindi and English
    • Hindu Baby Names
      • Hindu Baby Boy Names
      • Hindu Baby Girl Names
    • ADVERTISE HERE
    • Contact Us
    • Learn Spanish

hindimeaning.com

उल्टी (जी मिचलाना) और मतली के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Vomoting In Hindi

उल्टी-(Vomoting In Hindi) :

उल्टी गंभीर समस्या नहीं होती है लेकिन जब यह समस्या बढ़ जाती है तो हमें बहुत गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। अक्सर देखा जाता है कि उल्टी या मतली हमारे शरीर में होने वाले बहुत से बदलावों की वजह से होती हैं। जब किसी व्यक्ति को लगता है कि उसे उल्टी होने वाली है लेकिन होती नहीं है तब व्यक्ति को उल्टी की समस्या बहुत अधिक परेशान करती है।

उलटी के होने पर आपको इसका इलाज जल्दी कर देना चाहिए क्योंकि ज्यादा उल्टियाँ होने पर हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। उल्टी को मतली, वोमिटिंग, वमन, नौसा आदि नामों से भी जाना जाता है। उल्टी हमारे पेट में होने वाले विकारों की वजह से होती है। अक्सर लोगों को उल्टी की समस्या तब होती है जब उनक पेट में आधा पका हुआ खाना किसी प्रकार के दवाब की वजह से मुंह के रस्ते से बाहर आ जाता है।

उल्टी होने के कारण-(Vomiting Reason In Hindi) :

1. पेट खराब होने से : जब किसी व्यक्ति का पेट खराब होता है तो खाना उसके पेट में जाने के बाद आधा पचता है और वापस मुंह के रास्ते से बाहर आ जाता है जिसे उलटी आना कहते हैं।

2. खाली पेट से : आज के समय के लोग वृत बहुत अधिक करते हैं जिसकी वजह से वे खाली पेट रहते हैं और जब खाली पेट अधिक समय हो जाता है तो उन्हें उबकाई आने लगती हैं और उल्टियाँ भी हो जाती हैं।

3. फूड प्वोईजनिंग से : जब कोई व्यक्ति ठीक से न पका हुआ और कीटाणुरहित भोजन का सेवन करता है तो उसे फूड प्वोईजनिंग की समस्या हो जाती है जिसमें उसे उल्टियाँ आने लगती हैं।

4. गर्भावस्था में : अक्सर देखा जाता है कि जब स्त्रियाँ गर्भवती होती हैं तो उन्हें शुरुआती दिनों में उल्टियाँ होती हैं। ऐसा उनके अंदर होर्मोन परिवर्तनों की वजह से होता है।

5. बीमारी से : बहुत से लोगों को कई रोग जैसे – हार्ट अटैक, दिमाग में चोट, ब्रेन कैंसर, कैंसर, अल्सर, पित्ताशय के रोग, संक्रमण रोगों, कैल्शियम बढने से, ब्लड शुगर बढने या घटने से, पौटेशियम बढने से, माइग्रेन, सिर की चोट, ब्रेन स्ट्रोक, निमोनिया, सेप्सिस आदि होते हैं उन्हें उल्टियाँ होना आम बात होती है।

6. शराब से : जब भी कोई व्यक्ति जोश में या होश न रहने पर ज्यादा शराब पी लेता है तो उसे शराब चढने लगती है। ज्यादा शराब के सेवन से उसे हैंगओवर हो जाता है और व्यक्ति को उल्टियाँ होनी शुरू हो जाती हैं।

7. मानसिक रोगों से : आज के लोग तनाव, डर, शोक, ईर्ष्या, द्वर्ष और गुस्सा बहुत अधिक करते हैं जिसकी वजह से उन्हें सिर दर्द की समस्या हो जाती है जिससे भी उन्हें उल्टी की समस्या हो सकती है।

8. सफर से : जब आप लंबा सफर करते हैं या गड्ढों वाले रास्तों पर सफर करते हैं तो उससे पेट में तकलीफ होती है और दबाव पड़ता है जिससे जी मिचलाने लगता है और उल्टियाँ हो जाती हैं।

9. एलर्जिक चीजों से : बहुत से लोगों को बहुत सी चीजों जैसे – इत्र, खाने की चीजें, क्रीम आदि से एलर्जी होती है जिससे उन्हें सबसे पहले उल्टियाँ होती है और बाद में उनके शरीर पर डेन निकलने लगती हैं और बेहोश भी हो जाते हैं।

10. गर्मी के कारण : जब बहुत अधिक गर्मी पडती है तो लोगों को सर-दर्द, चक्कर, कमजोरी आदि बहुत सी समस्याएं हो जाती हैं जिसकी वजह से भी उन्हें उल्टी की समस्या हो सकती है।

11. ज्यादा खाने से : जब कोई व्यक्ति भूख लगने से भी अधिक खा लेता है तो उसे अपच और गैस्ट्रिक की समस्या हो जाती है जिसकी वजह से भी उसे उल्टी आ जाती है क्योंकि काम करते समय पेट पर दबाव पड़ता है और पेट में जगह न होने की वजह से खाना मुंह से बाहर आ जाता है।

12. गैस से : जब व्यक्ति खाना खता है और अगर खाना न पाच पाए तो उस व्यक्ति को अपच की समस्या हो जाती है जिसकी वजह से उसका आधा पचा हुआ भोजन मुंह के द्वारा बाहर आ जाता है जिससे उल्टियाँ हो जाती हैं।

13. दवाईयों से : आज के समय के लोग बहुत सी दवाईयों से लोगों को एलर्जी होती है जिसके सेवन से उसे एलर्जी हो जाती है जिसमें सबसे पहले उसे उल्टियाँ होती हैं और बाद में उसके शरीर पर लाल दाने निकलने लगते हैं।

14. बदबू से : जब कोई व्यक्ति उल्टी कर रहा होता है और दूसरा व्यक्ति उस व्यक्ति को देखता है या उसकी उल्टियों की बदबू उस तक पहुँचती है तो भी उस व्यक्ति को बदबू सूंघने से उल्टियाँ हो जाती हैं।

उल्टी के लक्षण-(Vomiting Symptoms In Hindi) :

1. जी मिचलाना : जब भी किसी व्यक्ति का जी मिचलाता है तो उसे ऐसा अनकम्फर्टेबल होने की वजह से होता है और बाद में उसे उल्टी आ जाती है।

2. उबकाई आना : जब किसी के पेट में लगातार कांट्रेकशन होने लगते हैं तो लोगों को ऐसा लगता है कि उनका पेट भारी हो गया है जिससे उन्हें उबकाई आने लगती है और नींद भी आने लगती है।

3. उलटी होना : जब किसी व्यक्ति का जी मिचलाने लगता है तो उसे उल्टियाँ हो सकती हैं।

4. कमजोरी होना : जब व्यक्ति बार-बार उल्टियाँ करने जाता है तो उसके शरीर में कमजोरी आ जाती है जिसकी वजह से उसे चक्कर आने लगते हैं।

5. पानी की कमी होना : बार-बार उल्टियाँ करने की वजह से व्यक्ति के अंदर पानी की कमी हो जाती है जीकी वजह से उसे बार-बार प्यास लगती है उसके होंठ सूखने लगते हैं।

6. मुंह में पानी आना : जब किसी व्यक्ति को उल्टियाँ आती हैं तो पहले उसके मुंह में पानी आता है और बाद में सीधे उल्टियाँ होने लगती हैं।

7. खट्टी-खट्टी डकारें आना : जब किसी व्यक्ति का जी मिचलाता है और खट्टी-खट्टी डकारें आती हैं तो उसे उल्टी की समस्या हो सकती है।


उल्टी का इलाज-(Vomiting Treatment In Hindi) :

उल्टियों को रोकने का सबसे अच्छा इलाज है जीरा अब आधे से कम चम्मच जीरा ले लीजिये अब इसे आधा कफ पानी में डाल दीजिये अब इसे खूब गर्म कीजिये अब इसे ठंडा होने दे फिर पानी को पी ले और जीरे को चबा चबा कर खा लीजिये इससे उलटी आना एक दम से बंद हो जाती हैं।

1. पुदीने के सेवन से इलाज :

जिन लोगों को उल्टी की समस्या होती हैं उन्हें या पेट खराब होने से उल्टियाँ होती हैं उन्हें पुदीने का सेवन करना चाहिए क्योंकि पुदीने के सेवन से पेट ठीक हो जाता है और इससे हमें ताजगी का एहसास भी होता है। अपनी उल्टी की समस्या या पेट की समस्या को ठीक करने के लिए आप पुदीने के कुछ पत्ते लें। अब आधे गिलास उबलते हुए पानी में इन पत्तों को डाल दें और थोड़ी देर तक उबलने दें। पानी के उबलने के बाद उसे थोड़ी देर ठंडा होने दें। जब पानी ठंडा हो जाए उसे छान लें और पी लें इससे आपको उल्टियों में बहुत फायदा होगा।

2. जीरे के सेवन से इलाज :

उल्टी की समस्या होने पर लोग बहुत से तरीके आजमाते हैं जिससे उन्हें उल्टी में बहुत फायदा होता है इन्हीं में से एक जीरा भी है। आप अपनी उल्टियों को बंद करने के लिए जीरे का पाउडर और पानी समान मात्रा में लें और इसे थोडा गर्म कर लें। इस मिश्रण के सेवन से उल्टियाँ ठीक हो जाएंगी और अगर आप ये मिश्रण पीने में हिचकिचाते हैं तो आप जीरे पाउडर को शहद के साथ मिलाकर भी खा सकते हैं।

3. अदरक के सेवन से इलाज :

जो लोग अपनी उल्टी को रोकना चाहता है तो आप अदरक का सेवन कर सकते हैं क्योंकि अदरक से उल्टी की समस्या के ठीक होने के साथ-साथ आपका पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। जब भी आपको उल्टी होने का एहसास हो तब आप अदरक का एक टुकड़ा लेकर उसे चबाते रहें इससे भी आपको बहुत फायदा होगा इसके अतिरिक्त आप अदरक वाली चाय में शहद मिलाकर पी सकते हैं या अदरक के रस में नींबू का रस मिलाकर सेवन कर सकते हैं क्योंकि इससे मुंह का स्वाद भी ठीक हो जाता है और उल्टी की समस्या भी ठीक हो जाती है।

4. सेब के सिरके के सेवन से इलाज :

जब किसी व्यक्ति को उल्टी होती है तो उसका शरीर कमजोर हो जाता है क्योंकि उसके शरीर में पानी की कमी हो जाती है। अगर आपको भी उल्टी की समस्या है तो आप सेब के सिरके का प्रयोग कर सकते हैं। इसके सेवन के लिए आप एक गिलास पानी में सेब के सिरके और शहद को समान मात्रा में मिलाएं और दिन में कई बार इसे पिएं इससे आपकी उल्टी की समस्या ठीक हो जाएगी। अगर आपको उल्टियाँ देखकर या उल्टियों की बदबू से दुबारा उल्टी होने का एहसास हो रहा है तो आप पानी या माउथफ्रेशर से कुल्ला कर सकते हैं इससे आपकी मुंह की दुर्गंध ठीक हो जाएगी।

5. प्याज के रस के सेवन से इलाज :

जिन लोगों को उल्टी होती हैं उनके लिए प्याज के रस का सेवन बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि प्याज के रस में प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो उल्टी की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं। अगर आपको उल्टी की समस्या है तो आप प्याज का रस और अदरक का रस समान मात्रा में लेकर सेवन करने से उल्टी आनी बंद हो जाती हैं इसके आलावा आप प्याज के रस का सेवन शहद के साथ कर सकते हैं इससे भी आपको बहुत फायदा होगा।

6. नींबू के सेवन से इलाज :

जिन लोगों का जी मिचलाता है या उल्टी आती हैं तो उन्हें नींबू के रस का सेवन करना चाहिए क्योंकि नींबू में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी पाए जाते हैं जो पेट को साफ रखने और पाचन तंत्र को मजबूत रखने में मदद करता है और उल्टी आने के लक्षणों को भी समाप्त कर देता है। जब आपको लगे कि आपको उल्टी होने वाली हैं तो आप नींबू के रस और शहद को समान मात्रा में लेकर सेवन करें इससे आपको उल्टी आनी बंद हो जाएंगी और आपका पेट भी साफ रहेगा।

7. तुलसी के पत्तों के सेवन से इलाज :

जब किसी व्यक्ति को उल्टियाँ होती हैं तो उसे तुलसी के पत्तों से बने रस का सेवन करना चाहिए। आप तुलसी के पत्तों के रस का सेवन करते हैं तो आपके पेट के कीड़े मर जाते हैं और उल्टियाँ आनी भी बंद हो जाती हैं। आप तुलसी के पत्तों के रस को शहद के साथ मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।

8. धनिया पाउडर के सेवन से इलाज :

जिन लोगों को जी मिचलाने और उल्टियाँ होने की समस्या होती है उन्हें धनिया का सेवन करना चाहिए। आप हरे या सूखे धनिया को पीसकर पानी में डाल दें और उसे निचोड़ लें। अब इसमें से थोडा सा रस निकाल लें और इस रस को बार-बार पिलाएं। इस रस के सेवन से आपको उल्टियाँ आनी बंद हो जाएंगी।


उल्टी से बचाव के उपाय-(How To Save From Vomiting In Hindi) :

  • जब आपका जी घबराने लगे तो आप अपने बिस्तर पर सीधे लेट जाएँ और थोड़ी देर आराम करें इससे आपका जी मिचलाना ठीक हो जाएगा।
  • जब आपको उल्टियाँ होनी बंद हो जाएँ तो आप एक गिलास साफ पानी में नमक मिलाकर उससे कुल्ला करें इससे आपके मुंह का स्वाद भी ठीक हो जाएगा।
  • जब आपको बार-बार उल्टियाँ होती हैं तो आपके शरीर में पानी की कमी हो जाती है इसी कमी को पूरा करने के लिए आप थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पीते रहें।
  • अगर आपको खाना खाने के बाद जी मिचलाने की समस्या होती है तो आप ज्यादा खाना खाने की जगह पर थोडा-थोडा करके और थोड़े-थोड़े समय बाद खाना खाएं इससे आपका खाया हुआ भोजन भी पच जाएगा और आपको उल्टियाँ भी नहीं होंगी।
  • भोजन हल्का और सादा करना चाहिए जो जल्दी पाच सके।
  • खाना खाने के बाद कोई भी भरी और थकाने वाला काम न करें।

उल्टी में क्या खाएं-(What To Eat In Vomiting In Hindi) :

  • जिन लोगों को उल्टियाँ आने की समस्या होती है उन्हें दलिया, खिचड़ी, अदरक, नींबू, लौंग, सौंफ, दालचीनी, संतरा, प्याज का रस, तुलसी, जीरा, पुदीना आदि का सेवन करना चाहिए।

उल्टी में क्या न खाएं-(Do Not Eat In Vomiting) :

  • जिस व्यक्ति को उल्टियों की समस्या हो उसे बाहर का वसायुक्त, मसालेदार, तला हुआ, चिकनाईयुक्त, बासी और सडा हुआ खाना नहीं खाना चाहिए।

Related posts:

  1. बुखार के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Fever In Hindi
  2. Chikungunya – चिकनगुनिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे
  3. Malaria – मलेरिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Malaria Ke Lakshan
  4. लो ब्लड प्रेशर के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Low Blood Pressure (Hypotension) In Hindi
  5. पीलिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Jaundice In Hindi
  6. क्या हैं कैंसर के सभी प्रकार और उनके लक्षण-Cancer Ke Prakar Or Lakshan
  7. अपेंडिक्स (आंत्रपुच्छ) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Appendicitis In Hindi
  8. हेपेटाइटिस (यकृत शोथ) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Hepatitis In Hindi
  9. हेपेटाइटिस ई के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Hepatitis E In Hindi
  10. हृदय रोग के लक्षण-Heart Disease Symptoms In Hindi
  11. कमर दर्द (पीठ दर्द) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Low Back Pain In Hindi
  12. नाड़ी शोध (न्युरैटिस) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Neuritis In Hindi
  13. अस्थि के रोग-Diseases of Osteology In Hindi
  14. अंत: स्त्रावी ग्रंथियों के रोग-Diseases Of The Endocrine Glands In Hindi
  15. बाल रोग-Diseases of Pediatrics In Hindi
  16. डिप्रेशन के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Depression In Hindi
  17. Home Remedies – जानिए कुछ घरेलु उपचार
  18. Weight Loss Tips In Hindi-मोटापा कम करने के घरेलू उपाय, कारण, लक्षण, योग, नियम-Weight Loss Diet In Hindi-Motapa Kam Karne Ke Upay-Obesity In hindi
  19. वातस्फीति (एम्फायसेमा) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Emphysema In Hindi
  20. ईओसिनोफिलिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Tropical Eosinophilia In Hindi

Popular Posts

  • List of 3 forms of Verbs in English and Hindi – English Verb Forms
  • Hindi numbers 1 To 100 – Counting In Hindi – Hindi Ginti
  • ज़िन्दगी के मायने समझाते 300+ अनमोल विचार-Life Quotes In Hindi
  • Essay On Diwali In Hindi (100, 200, 300, 500, 700, 1000 Words)
  • Flower Names in Hindi and English फूलों के नाम List of Flowers
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध-Importance Of Hard Work Essay In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  • Hindi Numbers 1 to 50
  • Human Body Parts Names in English and Hindi – List of Body Parts मानव शरीर के अंगों के नाम
  • Vegetables Name In Hindi and English सब्जियों के नाम List of Vegetables a-z with details

More Related Content

  • सर्दी-जुकाम (नजला) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Common Cold In Hindi
  • शुगर (मधुमेह) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Diabetes In Hindi
  • खांसी के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Home Remedies For Cough In Hindi
  • कैंसर के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Cancer In Hindi
  • बुखार के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Fever In Hindi
  • दस्त (डायरिया,लूस मोशन) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Diarrhoea/Loose Motion In Hindi
  • बवासीर (अर्श) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Piles (Hemorrhoids) In Hindi
  • Bawasir Ke Lakshan
  • Anemia In Hindi-लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Anemia Treatment In Hindi
  • Chikungunya – चिकनगुनिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे
  • Chikungunya Ke Lakshan
  • Malaria – मलेरिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Malaria Ke Lakshan
  • Headache In Hindi-सिर दर्द के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे क्या खाएं क्या नहीं खाएं-sar dard ki dawa
  • पेट में गैस के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Gas Problem In Hindi
  • उच्च रक्तचाप के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-High Blood Pressure (Hypertension) In Hindi
  • कब्ज के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Constipation In Hindi
  • लो ब्लड प्रेशर के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Low Blood Pressure (Hypotension) In Hindi
  • Asthma Treatment In Hindi
  • Hiv Aids In Hindi – Aids Ka Gharelu Upchar
  • Hiv ke lakshan
  • Migraine ka ilaj
  • Height Kaise Badhaye-लम्बाई कैसे बढायें
  • बिमारियों से कैसे बचें
  • Home Remedies – जानिए कुछ घरेलु उपचार
  • लू लगने के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे
  • Cholesterol Control Diet In Hindi-कोलेस्ट्रॉल क्या है और इसे कैसे कंट्रोल करें
  • Arthritis-गठिया रोग के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे
  • पीलिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Jaundice In Hindi
  • Long Hair Tips In Hindi-बाल झड़ने के कारण और बाल घने, लंबे और काला करने के तरीके-Hair Fall Treatment In Hindi
  • Malaria Ke Lakshan-मलेरिया के लक्षण
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • >>

Copyright © 2025 · Hindimeaning.com · Contact · Privacy · Disclaimer