• Home
  • IPO GMP
  • K.G. Classes
  • Hindi Vyakaran
  • हिंदी निबंध
  • Yoga
    • Yoga In Hindi
    • Yoga In English
    • Mantra
    • Chalisa
  • Vocabulary
    • Daily Use Vocabulary
    • Daily Use English Words
    • Vocabulary Words
  • More
    • Blogging
    • Technical Knowledge In Hindi
    • Tongue Twisters
    • Tenses in Hindi and English
    • Hindu Baby Names
      • Hindu Baby Boy Names
      • Hindu Baby Girl Names
    • ADVERTISE HERE
    • Contact Us
    • Learn Spanish

hindimeaning.com

खांसी के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Home Remedies For Cough In Hindi

खांसी (Cough In Hindi) :

Little girl with the flu - isolatedजब किसी व्यक्ति के गले , फेफड़े आदि में कफ जैसे दूसित पदार्थ इकठ्ठे हो जाते हे तो वो पदार्थ खांसी के द्वारा बाहर निकाले जाते है इसी परिक्रिया को खांसी कहते है। या फिर आयुर्वेद के अनुसार, जब कफ सूखकर फेफड़ों और श्वसन अंगों पर जम जाता है तो खांसी होती है।

इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति सांस लेते समय भौंकने जैसी आवाज करता है। यह बोर्डेटेल्ला परट्यूसिया कहलाने वाले जीवाणु के कारण होता है। यह जीवाणु व्यक्तियों के बीच श्वसन क्रिया से निष्कासित जीवाणु से फैलती है।

यह तब होता है जब संक्रमण युक्त व्यक्ति खांसते या छींकते हैं। यह संक्रमण युक्त व्यक्तियों के शारीरिक द्रवों से संपर्क होने से भी फैलता है जैसे नाक का पानी गिरना।

आयुर्वेद में इसका बहुत अच्छा इलाज है उपचार जो आपको नीचे बताये गये है हर उपचार से आपकी खांसी 100% ठीक हो जाएगी। आयुर्वेद से इलाज करने में आपको बहुत ही फायदा है क्योंकि एक तो डॉ. से बच जाते है और उसकी एलोपेथी मेडिसिंस से।

खांसी के प्रकार (Types Of Cough In Hindi) :

खांसी भी कई प्रकार की होती है। जैसे – 1. पित्त की खांसी, 2. हॉन्किंग कफ, 3. क्षय खांसी, 4. सूखी खांसी, 5. क्षतज खांसी

1. पित्त की खांसी :- जब व्यक्ति को पित्त की खांसी होती है तो इसमें उसकी आवाज ख़राब हो जाती है और इसके साथ-साथ जब रोगी को बुखार आता है तो साथ में मुहं पर भी सुजन आती है, अधिक प्यास लगती है और मुहं कडवा रहता है।

2. हॉन्किंग कफ :- जब व्यक्ति को हॉन्किंग कफ की खांसी होती है तो रोगी को ऐसा महसूस होता है जैसे की कफ उसके मुहं में चिपटा हुआ हो और इसके साथ-साथ ही सर में दर्द होता है और खांसने पर गाढ़ा कफ निकलता है और गले में खुजली रहती है इत्यादि।

3. क्षय खांसी :- जब व्यक्ति को क्षय की खांसी होती है तो व्यक्ति का शरीर सूखने लगता है और पूरे शरीर के अंगों दर्द रहता है और जब रोगी को खांसी होती है तो कफ के साथ खून भी आता है और जब रोगी को बुखार चढ़ता है तो शरीर में बैचेनी तथा जलन महसूस होती है।

4. सूखी खांसी :- जब व्यक्ति को सूखी खांसी होती है तो रोगी का मुहं सूख जाता है और साथ ही गला भी बैठ जाता है और खांसी बढ़ जाने के साथ आवाज में परिवर्तन के साथ शुष्क खांसी होती है जिसमें कफ नहीं निकलता है और इसके साथ-साथ ही पेट और सिर में दर्द भी रहता है।

5. क्षतज खांसी :- इसमें रोगी के फेफड़ों में घाव हो जाता है और फिर खांसी होने लगती है इसके कई कारण हैं जैसे – अधिक waight लिफ्टिंग करना, जरूरत से ज्यादा महनत करना, खान-पान पर अच्छे से ध्यान न देना इत्यादि इसके कुछ लक्षण भी हैं जैसे – रोगों को स्वांस लेने मैं तकलीफ होती है, प्यास जरूरत से ज्यादा लगती है, गले और ह्रदय में दर्द होता है।

खांसी के लक्षण (Cough Symptoms In Hindi) :-

वैसे तो अलग-अलग खांसी के अलग-अलग लक्षण होते हैं मुख्य रूप से खांसी दो प्रकार की होती है। एक तो सूखी खांसी होती है और दूसरी गीली खांसी अथार्त जो खांसी बलगम के साथ होती है।

सूखी खांसी के लक्षण : सूखी खांसी में व्यक्ति की छाती, गले में दर्द होता है। इस खांसी में बलगम नहीं निकलता है और यह खांसी थोड़े-थोड़े समय पर आती रहती है।

बलगम वाली खांसी के लक्षण : बलगम वाली खांसी के साथ खांसने पर बलगम साथ में आता है। इस खांसी में सर में दर्द रहता है और जब बलगम निकल जाता है तो व्यक्ति को राहत महसूस होती है।

खांसी के कारण (Cough Causes In Hindi)

  • ध्रूमपान ( जैसे बिंडी, सिगरेट इत्यादि ) इसका सबसे बड़ा कारण है।
  • सर्दी भी इसका एक मुख्य कारण है।
  • जल्द बाजी में खाना खाना इत्यादि।
  • मौसम में अचानक बदलाव होना, जैसे धूल, धुआं और प्रदूषण के कारण यह समस्या उत्पन्न होती है।
  • गले में वायरल शोध के कारण।

यह भी पढ़ें :- Beauty Tips In Hindi , गैस का आयुर्वेदिक इलाज

खाँसी के घरेलू उपचार (Home Remedies For Cough In Hindi)

1. खांसी का हल्दी और दूध से इलाज :

सभी प्रकार की खांसी के लिए ये सबसे बेस्ट तरीका है एक गिलास में थोडा सा गर्म दूध लेना जो की पिने लायक हो फिर उसमें एक चम्मच हल्दी मिला दे फिर उस दूध को अच्छी तरह से फेंटे ताकि हल्दी अच्छे से दूध में मिल जाए फिर दूध को रोगी को पिला दें। ऐसा करने से 2 दिन मैं ही खांसी खत्म हो जाती है।

अगर हल्दी को दूध में मिला के नही पिया जाता तो आप आधी चम्मच हल्दी लेके खांसी वाले व्यक्ति को लिटाकर उसका मुँह खोलकर वो आधी चम्मच हल्दी उसके गले में डाल दें ऐसा करने से भी खांसी बंद हो जाती है और साथ ही टोंसिल की समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है इतनी ताकत होती है इस प्राक्रतिक हल्दी में।

2. अदरक और हल्दी करती हैं खांसी का इलाज :

अगर खांसी ज्यादा है तो अदरक का एक छोटा सा पीस लेके उसे आग पर भून के उसपे थोड़ी सी हल्दी डालकर उसे मुह में चूसना सुरु कर दो। इससे सबसे बड़ी से बड़ी खांसी भी ठीक हो जाती है हॉन्किंग कफ जैसी खांसी भी इससे ठीक हो जाती है। यह भी एक सबसे अच्छा नुस्खा है हर प्रकार की खांसी से निजात पाने के लिए।

3. शहद से खांसी का इलाज :

यह भी एक अच्छा नुस्खा है खांसी को ठीक करने का आपको शहद लेना है 10 ग्राम और अदरक का रस भी 10 ग्राम लेना है अब इन दोनों को मिला लें अब इस पेस्ट को चाटें इस नुस्खे को कम से कम दिन में 3-4 बार प्रयोग करें।

4. आंवले का छिलका है खांसी में फायदेमंद : 

अगर आपको खांसी बहुत है तो आंवले के छिलके को सुखाकर उसको पीसकर उसका चूर्ण बना लें और फिर बराबर मात्रा में मिश्री भी मिला लें अब इस मिश्रण में से 5-6 ग्राम सुबह ताजे पानी के साथ लें ऐसा करने से पुरानी से पुरानी खांसी ठीक हो जाएगी।

5. मुलेठी से खांसी का इलाज :

मुलेठी भी खांसी में बहुत लाभ पहुंचाती है सबसे पहले आपको थोड़ी सी मुलेठी लेनी है अगर ले सको तो थोड़ी सी कालीमिर्च लेनी है या इन दोनों को बराबर मात्रा में ले लो अब इनको पीस लें फिर इसमें थोडा सा गुड मिला लें अब इनकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें अब इनमें से 2-2 गोली सुबह-साम लेनी है। – Mulethi Ke Fayde

खांसी के लिए कुछ अन्य उपचार (Some Other Treatments For Cough)

1. एक और अच्छी दवाई है खांसी के लिए तुलसी , अदरक , काली मिर्च , लॉन्ग की चाय बनाके रोगी को पिलाये इससे भी खांसी में आराम मिलता है।

2. आनर का जूस गर्म करके पिने से भी खांसी ठीक हो जाती है।

3. अदरक गर्म करके खाने से भी खांसी ठीक हो जाती है। काली मिर्च के चूसने भी खांसी ठीक हो जाती है।

4. गर्म पानी से गरारे भी कर सकते है।

5. खांसी होने पर सेंधा नमक की डली को आग पर अच्छे से गरम कर लीजिए। जब नमक की डली गर्म होकर लाल हो जाए तो तुरंत आधा कप पानी में डालकर निकाल लीजिए। सोने से पहले इस पानी को पीने से खांसी में काफी आराम मिलता है।

यह भी पढ़ें :–  Fingers Name In Hindi , Bukhar Ka Ilaj

खांसी के लिए परहेज (Avoiding Cough In Hindi)

1. ठंडे खाद्य पदार्थ न खाएं :- जिन लोगों को खांसी होती है उन लोगों को ठंडे खाद्य पदार्थों को नहीं खाना चाहिए। यह माना जाता है कि आज तक इस बात का पूरी तरह से पता नहीं चल पाया है कि ठंडे खाद्य पदार्थ खाने से खांसी तेज होती है या फिर और ज्यादा बढ़ जाती है।

2. तला हुआ भोजन न खाएं :- तेलीय भोजन को खाने से खांसी अधिक सक्रिय हो जाती है। जब भोजन को तेल में ज्यादा देर तक पकाया जाता है तो एक्रोलिन यौगिक का जन्म होता है। यह एलर्जी की तरह काम करता है और खांसी को और अधिक बढ़ाता है। इससे गले में खरास हो जाती है और बाद में खुजली भी होने लगती है।

3. धुम्रपान न करें :- धुम्रपान की वजह से ही खांसी होती है। इससे हमारे गले में जलन पैदा होती है और खांसी को ठीक नहीं होने देता है। अगर आप धुम्रपान नहीं करते आपके आस-पास कोई धुम्रपान करता है तब भी खांसी बनी रहती है।

4. कैफिन युक्त पेय पदार्थ न पियें :- जिन लोगों को अम्लता की वजह से खांसी होती है उन लोगों को कैफिन युक्त पेय पदार्थ नहीं खाने चाहियें। कैफिन से भोजन नली ढीली बन जाती है। इसी वजह से भोजन की नली में अम्ल ज्यादा मात्र में जाने लगता है।

खांसी के लिए सीरप (Cough Syrup In Hindi) :

1. काफोहिस्ट : Kafohist – इसे व्यस्क 1-2 चम्मच दिन में तीन बार लें। इसे बालक 1/2 -1 चम्मच दिन में तीन बार लें।

2. आयरो कफ सीरप : Ayro Cough Syp. – इसे व्यस्क 1-2 चम्मच दिन में तीन बार लें। इसे बालक 1/2 -1 चम्मच दिन में तीन बार लें।

3. कफसिन : Kafsin – इसे व्यस्क 2-2 चम्मच दिन में तीन बार लें। बालक 1-1 चम्मच दिन में तीन बार लें।

4. पुष्करामृत : Pushkaramrith – इसे 15-20 मिलीलीटर दिन ममे 2-3 बार भोजन के बाद दें।

5. श्वासारी : Shwasari – इसे 10-30 मिलीलीटर दिन में तीन बार लें।

Related posts:

  1. दस्त (डायरिया,लूस मोशन) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Diarrhoea/Loose Motion In Hindi
  2. Chikungunya Ke Lakshan
  3. अरुचि (ऐनरेक्सिया नर्वोसा) भूख ना लगना के कारण, लक्षण और घरेलू नुस्खे-Anorexia Nervosa In Hindi
  4. अपेंडिक्स (आंत्रपुच्छ) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Appendicitis In Hindi
  5. हेपेटाइटिस (यकृत शोथ) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Hepatitis In Hindi
  6. हेपेटाइटिस ई के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Hepatitis E In Hindi
  7. हृदय रोग के लक्षण-Heart Disease Symptoms In Hindi
  8. कमर दर्द (पीठ दर्द) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Low Back Pain In Hindi
  9. नाड़ी शोध (न्युरैटिस) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Neuritis In Hindi
  10. वर्टिगो (सिर चकराना) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Vertigo In Hindi
  11. अस्थि के रोग-Diseases of Osteology In Hindi
  12. अंत: स्त्रावी ग्रंथियों के रोग-Diseases Of The Endocrine Glands In Hindi
  13. स्त्री रोग चिकित्सा-Diseases of Gynaecology In Hindi
  14. बाल रोग-Diseases of Pediatrics In Hindi
  15. डिप्रेशन के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Depression In Hindi
  16. सिजोफ्रेनिया (मनोविदलता) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Schizophrenia In Hindi
  17. Home Remedies – जानिए कुछ घरेलु उपचार
  18. Weight Loss Tips In Hindi-मोटापा कम करने के घरेलू उपाय, कारण, लक्षण, योग, नियम-Weight Loss Diet In Hindi-Motapa Kam Karne Ke Upay-Obesity In hindi
  19. वातस्फीति (एम्फायसेमा) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Emphysema In Hindi
  20. ईओसिनोफिलिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Tropical Eosinophilia In Hindi

Popular Posts

  • List of 3 forms of Verbs in English and Hindi – English Verb Forms
  • Hindi numbers 1 To 100 – Counting In Hindi – Hindi Ginti
  • ज़िन्दगी के मायने समझाते 300+ अनमोल विचार-Life Quotes In Hindi
  • Essay On Diwali In Hindi (100, 200, 300, 500, 700, 1000 Words)
  • Flower Names in Hindi and English फूलों के नाम List of Flowers
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध-Importance Of Hard Work Essay In Hindi (100, 200, 300, 400, 500, 700, 1000 Words)
  • Hindi Numbers 1 to 50
  • Human Body Parts Names in English and Hindi – List of Body Parts मानव शरीर के अंगों के नाम
  • Vegetables Name In Hindi and English सब्जियों के नाम List of Vegetables a-z with details

More Related Content

  • सर्दी-जुकाम (नजला) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Common Cold In Hindi
  • शुगर (मधुमेह) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Diabetes In Hindi
  • खांसी के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Home Remedies For Cough In Hindi
  • कैंसर के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Cancer In Hindi
  • बुखार के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Fever In Hindi
  • दस्त (डायरिया,लूस मोशन) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Diarrhoea/Loose Motion In Hindi
  • बवासीर (अर्श) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Piles (Hemorrhoids) In Hindi
  • Bawasir Ke Lakshan
  • Anemia In Hindi-लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Anemia Treatment In Hindi
  • Chikungunya – चिकनगुनिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे
  • Chikungunya Ke Lakshan
  • Malaria – मलेरिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Malaria Ke Lakshan
  • Headache In Hindi-सिर दर्द के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे क्या खाएं क्या नहीं खाएं-sar dard ki dawa
  • पेट में गैस के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Gas Problem In Hindi
  • उच्च रक्तचाप के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-High Blood Pressure (Hypertension) In Hindi
  • कब्ज के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Constipation In Hindi
  • लो ब्लड प्रेशर के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Low Blood Pressure (Hypotension) In Hindi
  • Asthma Treatment In Hindi
  • Hiv Aids In Hindi – Aids Ka Gharelu Upchar
  • Hiv ke lakshan
  • Migraine ka ilaj
  • Height Kaise Badhaye-लम्बाई कैसे बढायें
  • बिमारियों से कैसे बचें
  • Home Remedies – जानिए कुछ घरेलु उपचार
  • लू लगने के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे
  • Cholesterol Control Diet In Hindi-कोलेस्ट्रॉल क्या है और इसे कैसे कंट्रोल करें
  • Arthritis-गठिया रोग के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे
  • पीलिया के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Jaundice In Hindi
  • Long Hair Tips In Hindi-बाल झड़ने के कारण और बाल घने, लंबे और काला करने के तरीके-Hair Fall Treatment In Hindi
  • Malaria Ke Lakshan-मलेरिया के लक्षण
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • >>

Copyright © 2025 · Hindimeaning.com · Contact · Privacy · Disclaimer