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अनिद्रा (इनसोम्निया) के लक्षण, कारण और घरेलू नुस्खे-Insomnia In Hindi

अनिंद्रा क्या है-Insomnia In Hindi

व्यक्ति के अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद बहुत अधिक जरुरी होती है। जब कोई व्यक्ति सोता नहीं है तो आप ठीक नहीं हो पाएंगे। किसी भी व्यक्ति के लिए नींद आना आराम करने का एक सबसे अच्छा तरीका होता है।

किसी भी व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए नींद बहुत अधिक जरुरी होती है क्योंकि इंसान के लिए खाना पीना जितना जरूरी होता है उतना ही जरुरी उसके लिए नींद होती है क्योंकि पूरी नींद न लेने की वजह से व्यक्ति की कार्यक्षमता पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। हर व्यक्ति को उसकी उम्र के हिसाब से शरीर की नींद की अवधि की जरुरत भी बदलती रहती है।

Must Read : Cough Treatment In Hindi , Hypotension Treatment In Hindi

जब किसी व्यक्ति के शरीर में नींद का आभाव हो जाता है तो इसका असर उनके शरीर की चयापचय प्रक्रिया पर पड़ता है जिसकी वजह से वे बहुत से रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं। जब किसी व्यक्ति को एक हफ्ते में तीन बार पूरी रात नींद नहीं आती है तो उस व्यक्ति को नींद की बीमारी यानि अनिंद्रा रोग हो जाता है।

यह समस्या दुनिया की सबसे आम समस्याओं में से एक माना जाता है। सभी लोगों को पता होता है कि जिन लोगों की नींद पूरी नहीं होती है उन लोगों की सोच बाकि लोगों से नकारात्मक होती है और वे बहुत तरह की चिंताओं से घिरे हुए होते हैं।

अनिंद्रा के प्रकार-Types of Insomnia In Hindi

1. अल्पावधि अनिंद्रा : इस प्रकार की अनिंद्रा एक बहुत ही आम प्रकार की अनिंद्रा होती है। यह रोग कुछ दवाईयों या जीवनशैली में की गई कुछ परिवर्तन की वजह से होती है लेकिन कुछ दिनों के बाद अपने आप ठीक हो जाती है।

2. चिरकालीन अनिंद्रा : अगर किसी व्यक्ति को अनिंद्रा की समस्या लंबे समय तक रहती है तो यह हमारे जीवन को प्रभावित करने लगती है। यह रोग व्यक्ति को एक महीने के पूरे 30 दिनों तक ठीक से सोने नहीं देता है।

अनिंद्रा के लक्षण-Insomnia Symptoms In Hindi

1. सोने में परेशानी होना : अगर किसी को नींद न आने की समस्या हो जाती है तो उस व्यक्ति को लाख कोशिश करने के बाद भी नींद नहीं आती है और उस व्यक्ति को ऐसा लगता रहता है जैसे कुछ है जो उसे सोने में परेशानी दे रही है।

2. रात में जागना : जिस व्यक्ति को अनिंद्रा का रोग हो जाता है वह व्यक्ति पूरा दिन काम करने के बाद भी रात के समय सो नहीं पाता है ऐसे में व्यक्ति सोने के लिए दवाईयों का सेवन करता है लेकिन दवाईयों का सेवन करने के बाद भी वह अपनी नींद पूरी नहीं कर पाता है।

3. काम न कर पाना : जिस व्यक्ति को नींद न आने की समस्या हो जाती है तो उस व्यक्ति की नींद पूरी नहीं हो पाती है जिसकी वजह से उसका शरीर कमजोर हो जाता है और वह किसी भी काम को करने में असमर्थ होता है।

4. सुस्ती आना : अनिंद्रा के रोग में सुस्ती आना एक बहुत ही सामान्य लक्षण होता है। सुस्ती आने की वजह से व्यक्ति बहुत हद तक अस्वस्थता महसूस करता है। व्यक्ति को सुस्ती आना उसके सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन पर बहुत बुरा प्रभाव डालते हैं।

5. स्वभाव बदलना : अगर किसी व्यक्ति की प्रतिदिन की नींद पूरी नहीं होती है तो उस व्यक्ति का स्वभाव चिडचिडा हो जाता है जिसकी वजह से उस व्यक्ति को जल्दी गुस्सा आ जाता है और वह चिंता या अवसाद का शिकार बन जाता है।

अनिंद्रा के कारण-Insomnia Causes In Hindi

1. तनाव से : जब किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य, विद्यालय, काम, परिवार की वित्तीय स्थिति आदि की समस्याएं होती हैं तो उस व्यक्ति को बहुत अधिक थकने के बाद मन सक्रिय होने की वजह से नींद नहीं आती है जिसकी वजह से उसे सोने में बहुत अधिक परेशानी होती है। अगर किसी व्यक्ति की नौकरी छूट जाती है, तलाक, बीमारी या किसी अपने की मौत हो जाती है तो तनाव की वजह से उसे नींद नहीं आती है।

2. सफर से : जब किसी व्यक्ति के काम की शिफ्ट बदल जाती है, शिफ्ट पर देर तक काम करते हैं या अलग-अलग जगहों पर यात्रा करते हैं तो उनके शरीर की नींद के चक्र में बाधा आती है जिसकी वजह से भी व्यक्ति को अनिंद्रा रोग हो सकता है।

3. खराब नींद की आदत से : जब कोई व्यक्ति नींद की खराब आदतें जैसे- काम करते समय बिस्तर पर लेटना, रात के समय सोने का वातावरण सही न रहना, नींद लेने से पहले उत्तेजनाओं वाले काम करना या सोने का समय निश्चित न होने आधी अपनाते हैं तो उन्हें अनिंद्रा की समस्या हो जाती है।

4. मानसिक रोगों से : जब कोई व्यक्ति मानसिक विकारों से घिरा रहता है तो उस व्यक्ति को हमेशा डर, भय, तनाव, घबराहट होती रहती है और ऐसे व्यक्ति को हमेशा ऐसा लगता रहता है जैसे कोई उसे बुला रहा है या कोई चीज उसे सोने नहीं दे रही है तब उस व्यक्ति को तनाव की वजह से नींद नहीं आती है।

5. दवाईयों से : अगर आप चिकित्सीय दवाईयों का सेवन कर रहे हैं या आपको रक्तचाप या अस्थमा है जिसका इलाज करवाने के लिए आप दवाईयों का सेवन कर रहे हैं तो इनके प्रयोग से भी आपको अनिंद्रा रोग हो सकता है।

6. असमय सोने से : आज के लोग समय पर न ही सोते हैं न ही उठते हैं जिसकी वजह से उनके शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है जिसकी वजह से वे दिन में ज्यादा सोते हैं। जब किसी व्यक्ति की रात के समय नींद पूरी नहीं हो पाती है तो वह व्यक्ति सुबह के समय देर से उठता है जिसकी वजह से उसका नींद का चक्र बिगड़ जाता है।

7. टीवी देखने से : किसी भी व्यक्ति को सोते समय टी.वी. नहीं देखना चाहिए क्योंकि टी.वी. देखने से व्यक्ति की नींद पर बहुत अधिक असर पड़ता है। जब टी.वी. पर व्यक्ति का मनपसंद कार्यक्रम चलता है तो वह व्यक्ति सोने के बारे में भूल जाता है जिसकी वजह से व्यक्ति की नींद प्रभावित होती है और इससे व्यक्ति को अनिंद्रा रोग हो सकता है।

8. अधिक कैफीन के सेवन से : अगर आप या कोई व्यक्ति सोने से पहले चाय या कॉफी का सेवन करता है तो इससे भी उन्हें अनिंद्रा रोग हो सकता है क्योंकि कॉफी और चाय नींद आने से रोकते हैं जिससे आप इनके सेवन के बाद सो नहीं पाते हैं।

9. अधिक व्यायाम से : जब कोई व्यक्ति अपनी क्षमता से अधिक व्यायाम कर लेता है तो इससे उसके शरीर पर जोर पड़ता है जिसकी वजह से उसे नींद न आने की समस्या हो सकती है। हर व्यक्ति के लिए दिन में केवल आधे घंटे का व्यायाम ही बहुत होता है इससे अधिक से शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

10. उम्र बढने से : जब किसी व्यक्ति की उम्र बढती है तो उस व्यक्ति के शरीर में बहुत से परिवर्तन होते हैं जिसकी वजह से उस व्यक्ति की नींद बहुत कच्ची हो जाती है और वह रात के समय सोते-सोते कई बार उठता है जिसकी वजह से उन्हें अनिंद्रा का रोग हो जाता है।

अनिंद्रा का इलाज-Insomnia Treatment In Hindi

1. जायफल के सेवन से अनिंद्रा का इलाज :

अगर आपको अनिंद्रा की समस्या हो गई है तो आप जायफल का सेवन कर सकते हैं। आप रात के समय सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध लें और उसमें एक चौथाई जायफल का पाउडर मिलकर उसका सेवन करें इससे आपको अच्छी तरह से नींद आने लगेगी।

यह भी पढ़ें : जायफल के फायदे 

2. जीरे के सेवन से अनिंद्रा का इलाज :

अगर आपको बहुत कम नींद आती है या नींद ही नहीं आती है तो आप जीरे का सेवन कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आप सबसे पहले एक चम्मच जीरे का पाउडर और एक पका हुआ केला लें। अब इस जीरे के पाउडर को केले में मिलाकर इसका सेवन कर लें इससे आपकी अनिंद्रा की समस्या ठीक हो जाएगी।

3. आंवला के सेवन अनिंद्रा का इलाज :

अनिंद्रा से छुटकारा पाने के लिए आप सबसे पहले अश्वगंधा, ब्राह्मी, शंखपुष्पी, शतावरी, मुलहटी, आंवला, जटामासी, खुरासानी, अजवायन आदि को समान मात्रा में लेकर इन्हें पीसकर इनका चूर्ण बना लें। अब इस चूर्ण का रात के समय दूध में मिलाकर सोने से पहले सेवन करें इससे आपको नींद आणि शुरू हो जाएगी।

4. सेब के सिरके के सेवन से अनिंद्रा का इलाज :

अगर आपको नींद न आने की समस्या हो गई है तो आप सेब के सिरके और शहद का सेवन कर सकते हैं क्योंकि ये हमारे शरीर में मौजूद फैटी एसिड्स को तोड़कर नियासिन में बदल देते हैं जिससे अनिंद्रा की समस्या को कम किया जा सकता है। आप सेब के सिरके और शहद को समान मात्रा में मिलाकर इसका गर्म पानी के साथ सेवन करें इससे आपकी नींद न आने की समस्या ठीक हो जाएगी।

जानिए : सेब के फायदे और नुकसान

5. सौंफ के सेवन से अनिंद्रा का इलाज :

सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन और पोटैशियम आदि तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को मजबूत और सेहतमंद बनाने में मदद करते हैं। आप थोड़ी सी सौंफ लेकर उसे पानी में उबालें और जब पानी आधा रह जाए तो उसमें थोडा सा नमक मिलाकर उसका सेवन करें।

अनिंद्रा से बचाव के उपाय-Prevention of Insomnia In Hindi

  • रोगी जब शारीरिक परिश्रम करता है तो वह थकता है और उसे आराम की जरुरत पडती है लेकिन इसके शरीर चुस्त रहता है और थकन होने की वजह से नींद भी बहुत अच्छी आती है।
  • रोगी का कमरा आरामदायक हो लेकिन कमरा ज्यादा ठंडा या गर्म नहीं होना चाहिए।
  • रोगी को रात के समय सोने से पहले धीमा संगीत सुनने से शरीर को भी आराम मिलता है।
  • रोगी को रात में सोते समय अपने सिर के नीचे छोटा तकिया रखें इनमें से एक तकिया अपने घुटने के नीचे और दूसरा तकिया अपने जांघ के नीचे रखें।
  • रोगी को सोने से पहले अपने कमरे की लाइट को धीमी कर लेनी चाहिए।
  • रोगी को सोते समय सकारात्मक बातें सोचनी चाहियें।
  • रोगी को रात के समय सोने से पहले दूध पीना चाहिए ताकि अच्छी नींद आ सके।
  • रोगी को समय पर सोने और जागने की आदत डालनी चाहिए।
  • रोगी को अकेलेपन से दूर रहना चाहिए और जितना हो सके दोस्त बनाने चाहियें।
  • अगर आप सो नहीं पा रहे हैं तो आप उठ जाएँ और कुछ ऐसा करें जिससे आपको हल्का महसूस हो सके।

अनिंद्रा में क्या खाएं-Eat In Insomnia In Hindi

  • रोगी को गन्ने का रस, अनार का रस, दही, भात, सेब का सिरका, मेथी का जूस, कैमोमाइल टी, शहद, चेरी का जूस, दूध, हर्बल चाय, आदि तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
  • रोगी को जौ, चावल, आदि अनाजों का सेवन करना चाहिए।
  • रोगी को केला, चेरी, अंगूर, अनार, आंवला, पपीता, आदि फलों का सेवन करना चाहिए।
  • रोगी को फली, आदि सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
  • रोगी को अजवाइन, केसर, जीरा, सौंफ, आदि मसालों का सेवन करना चाहिए।
  • इसके अतिरिक्त रोगी को सर्पगंधा, अश्वगंधा, जायफल, ब्राह्मी, शंखपुष्पी, शतावरी, मुलहटी, तुलसी, जटामासी, खुरासानी, आदि का सेवन करना चाहिए।

अनिंद्रा में क्या न खाएं-Do Not Eat In Insomnia In Hindi

  • अगर आपको अनिंद्रा रोग हो गया है तो आपको शराब, पास्ता, कैंडी, आइसक्रीम, फुल्के, खिचड़ी, चाय, कॉफी, प्याज, गोभी, ब्रोकली, चॉकलेट, सोडा, पेस्ट्री, आदि के सेवन से बचना चाहिए।

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