गोमूत्र (Gomutra):
गौ कई प्रकार की होती है जेसे जर्शी, दोगली, देशी। इनमें से देशी गौ का मूत्र बहुत काम आता है। हिन्दू धर्म में गौ को माता मानते है और उसकी पूजा भी करते है इसलिए देशी गौ को गौ माता के नाम से भी जाना जाता है।
हमारे बुजुर्ग कहते है की गौ माता के मूत्र में गंगा और गोबर में लक्ष्मी का वास होता है यही कारण है घर की मूत्र को घर में छिड़का और गोबर से चोका लगाया जाता है। गोमूत्र (गाय का मूत्र) पंचगव्यों में से एक है। हिन्दू धर्म एवं संस्कृति में इसका बहुत महत्व है। प्राचीन हिन्दू शास्त्रों में इसकी महत्ता का वर्णन मिलता है।
गोमूत्र के गुण-(Gomutra Properties In Hindi) :
आयुर्वेद में गोमूत्र के बहुत प्रयोग हैं। गोमूत्र का रासायनिक विश्लेषण करने पर वैज्ञानिकों ने पाया, कि इसमें 24 ऐसे तत्व हैं जो शरीर के विभिन्न रोगों को ठीक करने की क्षमता रखते हैं। इसके साथ साथ गोमूत्र में ताम्र, फास्फेट, यूरिया, पौटेसियम सल्फेट, क्लोराईड, सोडियम, नाईट्रोजन आदि तत्व पायें जाते हैं |
आयुर्वेद के अनुसार गोमूत्र का नियमित सेवन करने से कई बीमारियों को खत्म किया जा सकता है। जो लोग नियमित रूप से थोड़े से गोमूत्र का भी सेवन करते हैं, उनकी रोगप्रतिरोधी क्षमता बढ़ जाती है। मौसम परिवर्तन के समय होने वाली कई बीमारियां दूर ही रहती हैं। शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान बना रहता है।
गौ मूत्र का सेवन कैसे करें-(How To Use Gomutra In Hindi) :
स्वस्थ गौ माता का गोमूत्र को रोजाना दो तोला सात पट कपड़े में छानकर उसमें से आधा कफ गौ मूत्र सुबह-सुबह खाली पेट पियें। ध्यान रहे की गौ देशी होनी चाहिए और वो प्रेगनेंट नहीं होनी चाहिए या आप उसकी बछिया का ले सकते है।
अगर आप गो अर्क का सेवन करना चाहते हैं तो आधे कफ पानी में 1 या 2 चम्मच गौ अर्क डाल दें और उसे पी लें। आप इसका सेवन सुबह-साम खाली पेट कर सकते हैं। से जंगल में चरने वाली गाय का मूत्र स्र्वोच्तम होता है।
बीमार व्यक्ति के लिए गोमूत्र सेवन : जो व्यक्ति बहुत बीमार हैं उन व्यक्तियों को 100 मिलीलीटर गोमूत्र का सेवन करना चाहिए।
स्वस्थ व्यक्ति के लिए गोमूत्र सेवन : जो व्यक्ति बिलकुल स्वस्थ हैं या थोड़े बहुत बीमार हैं उनको सुबह-सुबह खाली पेट 50 ग्राम गोमूत्र सेवन करना चाहिए।
गोमूत्र में पाए जाने वाले पोषक तत्व-(Nutrients In Cow Urine In Hindi) :
- खनिज : गौ मूत्र में बहुत खनिज पाए जाते हैं अमोनिकल विकार अधिक हो जब त्वचा पर लगाया जाये तो उसे सुन्दर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- अलानटोइन : ये घाव और अर्बुद को स्वस्थ रखते हैं।
- काल्लीकरीन : काल्लीडीन को निकलना, बाह्य नसों में फैलाव रक्तचाप में कमी को ठीक करता है।
- नाइट्रोजन :- यह मूत्रवर्धक होता है और गुर्दे को स्वाभाविक रूप से उत्तेजित करता है।
- सल्फर : यह आंत की गति को बढाता है और रक्त को शुद्ध करता है।
- अमोनिया : यह शरीर की कोशिकाओं और रक्त को स्वस्थ रखता है।
- तांबा : यह अत्यधिक वसा को जमने में रोकथाम करता है।
- लोहा : यह आरबीसी संख्या को बरकरार रखता है और ताकत को स्थिर करता है।
- फोस्फेट : इसका लिथोट्रिपटिक कृत्य होता है।
- सोडियम : यह रक्त को शुद्ध करता है और अत्यधिक अम्ल के बनने में रोकथाम करता है।
- पोटाशियम : यह भूख बढाता है और मांसपेशियों में खिझाव को दूर करता है।
- मैंगनीज : यह जीवाणु विरोधी होता है और गैस और गैंगरीन में रहत देता है।
- कार्बोलिक अम्ल : यह जीवाणु विरोधी होता है।
- कैल्सियम : यह रक्त को शुद्ध करता है और हड्डियों को पोषण देता है , रक्त के जमाव में सहायक।
- नमक : यह जीवाणु विरोधी है और कोमा केटोएसीडोसिस की रोकथाम।
- विटामिन ए बी सी डी और ई : अत्यधिक प्यास की रोकथाम और शक्ति और ताकत प्रदान करता है।
गोमूत्र के फायदे-(Gomutra Benefits In Hindi) :
1. घाव में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra In Wound) :
जिन लोगो के सरीर पर चोट लगने से उनके सरीर पर घाव बन जाते है तो उसकी सबसे अच्छी दवा है करना क्या की आपको गेंदे के एक फूल की चटनी बनानी है फिर उसमें थोडा सा गोमूत्र मिलाना है फिर ये एक लेप के रूप में आ जाएगा फिर आपको ये लगाना है जहा पर घाव है कुछ दिन बाद घाव बहुत जल्द ही ठीक हो जाएगा।
2. किडनी की बिमारियों में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra In Kidney Diseases) :
जिनकी किडनी ख़राब है वो व्यक्ति कभी भी खड़ा होकर पानी नहीं पियें और ऐसा भोजन न करें जिसमें हिप्रोटिन, चिकनाई युक्त वाला भोजन न करें और सुबह देशी गौ माता का मूत्र ले सुबह खाली पेट आधा कफ ऐसा करने से किडनी सही हो जाएगी।
3. खांसी में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra In Cough) :
जिनको भी खांसी की समस्या है वो लोग रोज सुबह-सुबह आधा कफ गौ माता का मूत्र पियें चाहे खांसी कितनी भी खतरनाक हो सभी खांसी की समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। – [Khansi Ka Ilaj]
4. कान के सभी रोगों के लिए गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For All Ear Diseases) :
जिन व्यक्तियों के कान में प्रॉब्लम है जेसे कान में दर्द रहना, कम सुनायी देना मवाद निकलना इत्यादि। जिनको भी ये सभी तकलीफें है वो लोग देशी गौ माता का मूत्र कान में एक-दो बूंद अवस्य डाले कम से कम 5-6 दिन तक। और आधा गौ मूत्र कफ पियें बहुत जल्द ही ठीक हो जाएगा।
5. आँख के सभी रोगों के लिए गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Eyes) :
जिन व्यक्तियों की आँख में प्रॉब्लम है जेसे , आँख में से पानी आना, आँखों का लाल रहना, रेटिना का रोग, आँखों में खुजली चलना, इत्यादि इन सबकी सबसे बेस्ट एक ही दवा है वो है गोमूत्र करना क्या है देशी गौ माता का मूत्र लेना और उसे आँख में एक एक टपका डाल लेना इससे आँखों के सभी रोग सही हो जाते है 100%।
6. अस्थमा रोग के लिए गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Asthama) :
जिन भी लोगो को अस्थमा की बीमारी है वो लोग रोज सुबह-सुबह गौ मूत्र का सेवन करें। कम से कम १५ दिन तक इसका सेवन करें अस्थमा की बीमारी जड़ से खत्म हो जाएगी। – [Asthma Treatment In Hindi]
7. छालों के लिए फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Ulcer) :
जिन व्यक्तियों के मुह में छालें है वो लोग गौ मूत्र से कुल्ला करें सुबह-सुबह दिन दिन में ही सही हो जाएँगे।
8. कैंसर के लिए फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Cancer) :
आजकल कैंसर की बीमारी बहुत चल रही है कैंसर की सबसे अच्छी दवा है गौ मूत्र जिन को भी कैंसर है रोज सुबह-सुबह गौ मूत्र पियें। गारंटी के साथ ठीक हो जाएगी। – [Cancer Ka Ilaj]
9. गैस में फायदेमंद गोमूत्र-Benefits of Gomutra For Gas) :
गैस की शिकायत में प्रातःकाल आधे कप पानी में गौ मूत्र के साथ नमक और नींबू का रस मिलाकर पीना चाहिए। गैस का उपचार जानने के लिए यहाँ क्लिक करें – [पेट की गैस की अचूक दवा]
10. चर्म रोग के लिए गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Skin) :
चर्म रोग में गौ मूत्र और पीसे हुए जीरे के लेप से लाभ मिलता है। खाज, खुजली में गौ मूत्र उपयोगी है।
11. मोटापा घटाने के लिए गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Obesity) :
गोमूत्र मोटापा कम करने में भी सहायक है। एक ग्लास ताजे पानी में चार बूंद गौ मूत्र के साथ दो चम्मच शहद और एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर नियमित पीने से लाभ मिलता है।
12. पेट की बिमारियों के लिए गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Stomach) :
पेट की बीमारियों के लिए गोमूत्र रामवाण की तरह काम करता है, इसे चिकित्सीय सलाह के अनुसार नियमित पीने से यकृत यानि लिवर के बढ़ने की स्थिति में लाभ मिलता है। यह लिवर को सही कर खून को साफ करता है और रोग से लड़ने की क्षमता विकसित करता है।
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13. यकृत रोग में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Liver) :
अगर आपको यकृत से सम्बंधित कोई भी परेशानी है तो आप थोड़े से पुननर्वा के काढ़े में थोडा-सा गौ मूत्र मिला लें और इसका सेवन करें ऐसा करने से बहुत जल्दी लाभ मिलता है।
14. बवासीर रोग में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Piles) :
देशी गौ मूत्र का सेवन बादी और खूनी बवासीर दोनों में लाभ पहुचाता है करना क्या है की आपको प्रतिदिन आधा कप गोमूत्र सुबह खाना खाने से 1 घंटे पहले लेना है कुछ ही दिनों में बवासीर रोग में लाभ पहुचता है। – Bawaseer Ka Ilaj
15. बालों के लिए फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Hair) :
बालों को झड़ने से रोकने के लिए और सुन्दर व् चमकदार बनाने के लिए गोमूत्र को बालों पर लगाकर उसे थोडी देर तक सूखने दें, उसके बाद बालों को धोऐं, ऐसा करने से बाल सुन्दर, चमकदार लगेगें और साथ ही बाल झड़ना भी बंद हो जाएँगे।- बालों को घना कैसे बनाये
16. बच्चे की पसलियों में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Child’s Ribs) :
बच्चे जिनकी पसलियाँ (rib) कफ की वजह से परेशान करती हैं, एक चम्मच गोमूत्र पीला दें आराम मिलना शुरू हो जायेगा। ऐसा बड़े लोग भी कर सकते हैं पर बड़े लोगो को आधा कप गोमूत्र लेना पड़ेगा।
17. कब्ज या पेट फूलने पर गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Constipation) :
3 तोला ताजा गोमूत्र छानकर उसमें आधा चम्मच नमक मिलाकर पिलाएं। बच्चे का पेट फूल जाए तो 1 चम्मच गोमूत्र पिलाएं। और गैस की समस्या में प्रात:काल आधे कप गोमूत्र में नमक तथा नींबू का रस मिलाकर पिलाएं या फिर पुराने गैस के रोग के लिए गोमूत्र को पकाकर प्राप्त किया गया क्षार भी गुणकारी है। – कब्ज का इलाज
18. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Immunity) :
गोमूत्र पीने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है क्यूंकि जब हम गोमूत्र का सेवन करते है तो ये हमारे शरीर में उन कीटाणुओं को सहारा देता है जो हमे बीमारियों से बचाते हैं जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है।
19. खून की कमी में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Anemia) :
अगर गोमूत्र, त्रिफला और गाय का दूध एक साथ मिक्स कर के सेवन किया जाए तो शरीर में एनीमिया की कमी दूर होती है। साथ ही खून भी साफ होता है। और हमारे शरीर में खून की मात्रा बढ़ने लगती है। – अनीमिया का इलाज
20. हृदयरोग में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Heart) :
4 चम्मच गोमूत्र का सुबह-शाम सेवन करना हृदय रोगियों के लिए लाभकारी होता है। ह्रदय से जुडी जादातर सभी समस्याएं खत्म हो जाती है जब हम गोमूत्र का सेवन करते हैं।
21. जोड़ों के दर्द में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Joint) :
जोड़ों में दर्द होने पर गोमूत्र का प्रयोग दो तरीकों से किया जा सकता है। इनमें से पहला तरीका है, दर्द वाले स्थान पर गोमूत्र से सेंक करें। और सर्दी में जोड़ों का दर्द होने पर 1 ग्राम सोंठ के चूर्ण के साथ गोमूत्र का सेवन करें।
22. दांत रोगों में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Teeth) :
दांत दर्द एवं पायरिया में गोमूत्र से कुल्ला करने से लाभ होता है। इसके अलावा पुराना जुकाम, नजला, श्वास- गोमूत्र एक चौथाई में एक चौथाई चम्मच फूली हुई फिटकरी मिलाकर सेवन करें।
23. तनाव को करे कम गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Tension) :
गोमूत्र पीने से तनाव कम होता है दिमागी टेंशन की वजह से नर्वस सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है। लेकिन गोमूत्र पीने से दिमाग और दिल दोनों को ही ताकत मिलती है करना क्या है की आपको सुबह-सुबह आधा कप गोमूत्र पीना है।
24. गले की खराश में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Throat) :
गौ मुत्र को गले में खराश के इलाज के लिए कुल्ला करने के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। कुल्ला करने के लिए, गोमुत्र अर्क उपयोग करने की बजाए ताजा गौ मुत्र का प्रयोग करें।
25.टी बी रोग में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For T.B) :
टी बी की समस्या में डॉट्स की दवाओं के साथ गोमूत्र का सेवन करने से 2 से 3 महीने में अच्छे परिणाम सामने आने लगते है। इस बीमारी में गोमूत्र लेने से पहले एक बार डॉ से सम्पर्क जरुर कर लें।
26. तिल्ली रोग में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Spleen)
गोमूत्र तिल्ली के रोगों में बहुत लाभ करता है इस रोग में रोगी को 50 ग्राम गोमूत्र में थोडा सा नमक मिलाकर प्रतिदिन सेवन करना चहिये तिल्ली के रोगों में लाभ मिलता है। – तिल्ली का बढ़ना
27. विषैले कीटाणुओं का नाश करें गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Destroy Toxic Germs) :
हमारे शरीर में कई प्रकार के या किस्म के कीटाणु होते हैं जो हमारे शरीर को हानि पहुचाते हैं तो गोमूत्र पीने से ये कीटाणु नष्ट हो जाते हैं और हम होने वाली कई बीमारियों से बच जाते हैं।
28. पीलिया रोग में फायदेमंद गोमूत्र-(Benefits of Gomutra In Jaundice) :
सुबह-सुबह खाली पेट गोमूत्र पीने से पीलिया रोग में लाभ मिलता है|
29. त्रिदोष संतुलित करे गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Tridosha) :
जितनी भी बीमारी होती है वो सभी त्रिदोष के बिगड़ने के कारण होती हैं तो गोमूत्र पीने से हमारे वात, पित्त, और कफ तीनो संतुलित रहते हैं। – vata pitta kapha
30. पापों को नष्ट करें गोमूत्र-(Benefits of Gomutra For Destroy Sin) :
गोमूत्र पीने से हमारे सभी पाप नष्ट होते हैं क्यूंकि गोमूत्र में गंगा का वास होता है अगर हमने गोमूत्र पीलिया तो समझो गंगा स्नान कर लिया।
गोमूत्र की कुछ आवश्यक जानकारी-(Some Important Information of Cow Urine In Hindi) :
- जिस घर में नियमित रूप से गोमूत्र का छिड़काव होता है, वहां बहुत सारे वास्तु दोषों का समाधान एक साथ हो जाता हैं।
- देसी गाय के गोबर-मूत्र-मिश्रण से “प्रोपिलीन ऑक्साइड” उत्पन्न होती है, जो बारिस लाने में सहायक होती है इसी के मिश्रण से ‘इथिलीन ऑक्साइड‘ गैस निकलती है जो ऑपरेशन थियटर में काम आता है।
- गोमूत्र का सेवन छानकर किया जाना चाहिए।
- यह वैसा रसायन है, जो वृद्धावस्था को रोकता है और शरीर को स्वस्थ्यकर बनाए रखता है।
- गाय के मूत्र में आयुर्वेद का खजाना है! इसके अन्दर ‘कार्बोलिक एसिड‘ होता है जो कीटाणु नासक है, यह किटाणु जनित रोगों का भी नाश करता है।
- गोमूत्र चाहे जितने दिनों तक रखे, ख़राब नहीं होता है।
- गोमूत्र को मेध्या और हृदया कहा गया है। इस तरह से यह दिमाग और हृदय को शक्ति प्रदान करता है।
- यह मानसिक कारणों से होने वाले आघात से हृदय की रक्षा करता है और इन अंगों को प्रभावित करने वाले रोगों से बचाता है।
गौ मूत्र के नुकसान-(Gomutra Side Effects In Hindi) :
- गोमूत्र को हमेशा निश्चित तापमान पर रखें।
- गोमूत्र ऋतु पर निर्भर करती है। चूँकि इसकी प्रकृति कुछ गर्म होती है इसीलिए गर्मियों में इसकी मात्रा कम लेनी चाहिए।
- 8 वर्ष से कम बच्चों और गर्भवती स्त्रियों को गोमूत्र अर्क वैद्य की सलाह के अनुसार ही दें।
- मिट्टी, कांच या स्टील के बर्तन में ही गोमूत्र रखें गौ मूत्र को आप 45 दिन तक ही रख सकते हैं।
- गौ मूत्र को हमेशा ताजा ही पीना चहिये।
- कमजोर और थकान से पीड़ित व्यक्तियों का बच्चों को गौ मूत्र का सेवन नहीं करना चाहिए।