देसी गाय के दूध की दही के फयदे :-
आज के समय में सब भैंस के दूध से बनी दही का सेवन करते हैं जिससे कुछ फायदा नहीं है | अगर आपको सेवन करना है तो अपनी देशी गौ माता के दूध से बनी दही का कीजिये | आमतौर पर दही हम सभी के घरों में होती ही है जिसका उपयोग भोजन का सेवन करने से लेकर त्वचा को निखारे में काम आता है।
लेकिन सदियों से दही, दैनिक जीवन में एक तरह से दवाइयों का कार्य भी करती है और दैनिक जीवन की छोटी-छोटी बीमारी जैसे कब्ज या पाचन की समस्या से निवारण भी कर देती है।
देशी गौ माता के दूध में पाए जाने वाले तत्व :-
1- केल्सियम की मात्रा – 200%
2- सोडियम की मात्रा – 10%
3- फास्फोरस की मात्रा – 150%
4- आयरन की मात्रा – 20%
5- गंधक की मात्रा – 50%
6- पोटैसियम की मात्रा – 50%
7- विटामिन C की मात्रा – 2%
8- विटामिन A की मात्रा – 174
देशी गौ की दही के फायदे :-
खून की कमी को करे दूर :- अगर हम दही का नियमित सेवन करते हैं तो खून की कमी और कमजोरी दूर रहती है। क्यूंकि देशी गौ के दूध से बनी दही में कुछ ऐसे विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो खून की कमी को दूर करके शरीर में खून की मात्र बढाते हैं |
भूक बढ़ाने के लिए :- कुछ भाई व् बहन ऐसे होते हैं जिन्हें भूक की बहुत प्रॉब्लम होती है उनको भूक बहुत कम लगती है मैं ऐसे भाइयो व् बहनों से विनती करूँगा की वो देशी गौ माता के दूध से बनी दही का ही सेवन करें क्यूंकि दूध जब दही का रूप लेता है तब उसकी शर्करा अम्ल में बदल जाती है। इससे पाचन में मदद मिलती है। जिन लोगों को भूख कम लगती है उनकी भूक खुल जाती है |
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आँतों की समस्या को दूर करती है :- दही का दैनिक जीवन में उपयोग करने से आंतों के रोग और पेट संबंधित बीमारियां नहीं होती है।
पेट की सभी बीमारियों के लिए :- यदि पेट में गर्मी हो जाए, तो चावल में दही मिलाकर खाना चाहिए। इससे गर्मी की वजह से लूज़मोश्न या दस्त रुक जाएंगे। अगर पेट के अन्य रोगों में दही को सेंधा नमक के साथ लेना लाभदायक होता है।
हड्डियों में ताकत लाने के :- हड्डियों में ताकत लाने के लिए दही एक बेहतर विकल्प है। क्योंकि इसमें कैल्शियम की अधिक मात्रा होती है। जो हड्डियों के विकास में सहायक होता है। साथ ही, दांतों और नाखुनों को भी मजबूत बनाता है। साथ-ही-साथ मांसपेशियां भी सही से कार्य करती है।
कुछ ऐसे बीमारियों में भी :- दही, दिल की बीमारी, उच्च रक्त चाप (ब्लडप्रेशर) जैसे रोगों को रोकती है। दही कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से भी रोकती है और दिल की धड़कन को नियंत्रित रखती है।
बवासीर को ठीक करने में :- बवासीर से पीड़ित लोग दही से बनने वाले छाछ के गिलास में अजवायन डालकर पी सकते हैं। इससे उनको इससे राहत मिलेगी।
बजन कम करने के लिए :- बढ़ते वजन को थामने के लिए दही का उपयोग उचित माना जाता है। क्योंकि यह दही से एक्सट्रा फैट को घटाता है। अनिद्रा की बीमारी से परेशान लोग दही का सेवन कर सकते हैं।
मुहं में चालों के लिए :- मुंह में छालों से परेशान है तो दही को रोजाना दो-तीन बार लगा दें। इससे छाले जल्ती ठीक हो जाएंगे।