आंवला एक फल देने वाला वृक्ष है। यह एशिया के अलावा यूरोप और अफ्रीका में भी पाया जाता है। इसके फल सामान्यरूप से छोटे होते हैं, लेकिन प्रसंस्कृत पौधे में थोड़े बड़े फल लगते हैं। इसके फल हरे, चिकने और गुदेदार होते हैं। स्वाद में इनके फल कसाय होते हैं।
संस्कृत में इसे अमृता, अमृतफल, आमलकी, पंचरसा इत्यादि, अंग्रेजी में ‘एँब्लिक माइरीबालन’ या इण्डियन गूजबेरी तथा लैटिन में फ़िलैंथस एँबेलिका कहते हैं। फूलों के स्थान पर गोल, चमकते हुए, पकने पर लाल रंग के, फल लगते हैं, जो आंवला नाम से ही जाने जाते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार हरीतकी (हड़) और आंवला दो सर्वोत्कृष्ट औषधियाँ हैं। इन दोनों में आँवले का महत्व अधिक है। चरक के मत से शारीरिक अवनति को रोकनेवाले अवस्थास्थापक द्रव्यों में आँवला सबसे प्रधान है।
आंवला के गुण-Amla Properties In Hindi
आंवला में न जाने कितने गुण छुपे हुए हैं जो हमारे शरीर के लिए लाभदायक है आंवला में एंटीऑक्सीडेंट व् प्रतिरोधक क्षमता पायी जाती है और आंवले में प्रोटीन्स, विटामिन्स ‘ए’,’बी काम्प्लेक्स, मैग्नीशियम, विटामिन ‘सी’, आयरन, पोटासियम, कार्बोहायड्रेट, फाइबर इत्यादि इतने विटामिन और तत्व पाए जाते हैं।
इसके आंवला इसमें गैलिक एसिड, टैनिक एसिड, शर्करा (ग्लूकोज), अलब्यूमिन, काष्ठौज आदि तत्व भी पाए जाते हैं। सबसे अच्छा गुण इसका ये है की अगर हम इसका नियमित रूप से सेवन करते रहे तो हमको कोई भी सक्रामक रोग नहीं हो सकता।
आंवला का सेवन कैसे करें-How To Eat Amla In Hindi
आंवला का हम कई तरीके से सेवन कर सकते हैं वैसे तो अलग अलग बिमारियों में आंवले का अलग अलग तरीके से सेवन किया जाता हैं। आम तौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति प्रति दिन 2-3 मध्यम आकार के आँवले खा सकता है इसको खाने का सबसे अच्छा तरीका इसे खाली पेट सुबह कच्चे रूप में खाना है।
आंवले का जूस : कुछ बीमारियों में आंवले का जूस पिया जाता है इसका जूस आप घर पर भी निकाल सकते हैं अगर आप आंवले के जूस का सेवन कर रहे हैं तो केवल आपको 10-12 मिलीलीटर करना है बस इसका जादा सेवन हानिकारक हो सकता है।
आंवले का चूर्ण : आंवले का चूर्ण का भी हम बहुत सी बिमारियों में सेवन करते हैं आंवले का चूर्ण आप घर भी बना सकते हैं सबसे पहले आंवला को धुप में सुखा लें फिर इसे पीस लें या फिर आप इसे किसी दुकान से भी खरीद सकते हैं आपको आंवले का चूर्ण 5-10 ग्राम तक सेवन कर सकते हैं।
आंवले का मुरब्बा :आंवला का मुरब्बा आपको किसी भी पंसारी की दुकान पर मिल जाएगा या फिर आप इसे घर पर भी बना सकते हो बहुत सी बीमारियों में आंवले के मुरब्बा का सेवन किया जाता है। आंवले का मुरब्बा 15-20 ग्राम (1-2 टुकड़े) की खुराक में लिया जा सकता है।
आंवला के फायदे-Amla Benefits In Hindi
आंवला रस के फायदे-Amla Juice Benefits In Hindi
1. पेट की गैस में फायदेमंद : पेट की गैस वाले व्यक्ति को एक चम्मच आंवले के रस में थोडा सा देशी गौ माता का घी और थोडा सा देशी खांड इन तीनो को मिलाकर इसका सेवन करें। ऐसा करने से पेट की गैस की समस्या ठीक होने के साथ साथ गठिया रोग भी ठीक हो जाता है। जानिए : पेट में गैस के घरेलु उपाय
2. दमकदार त्वचा के लिए : चहरे की चमक बढाने के लिए आपको प्रतिदिन आंवले का रस थोड़े से सहद के साथ सुबह-सुबह खाली पेट पियें। इससे आप के दाग धब्बे भी दूर होंगे और चेहरे की त्वचा भी चमक दार बनेगी।
3. जुकाम में फायदेमंद : 2-3 चम्मच आंवले के रस मैं 2-3 चम्मच सहद की मिला लें अब इस पेस्ट को सुबह-साम चाटें 2 या 3 दिन में ही जुकाम से राहत मिल जाएगी। यह भी पढ़ें : जुकाम के घरेलू उपाय
4. पेट के कीड़े मारने में लाभदायक : एक चम्मच आंवले का रस पेट मैं कीड़े वाले व्यक्ति को 6-7 दिन तक प्रतिदिन पिलायें जल्द ही दिनों मैं पेट के कीड़े मरकर पेट बिलकुल सफा हो जाएगा।
5. मधुमेह में फायदेमंद : आंवले का जूस आपको प्रतिदिन सुबह-सुबह खाली पेट पीने से आपका सुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। इसका सेवन आपको 1-2 महीने सुबह-सुबह खाली पेट करना है।
6. आँखों के रोगों के लिए : आंवले के रश में थोडा सा पानी मिला कर 7-8 दिन सुबह-साम सेवन करें जल्द ही दिनों में आँखों के रोगों में लाभ होने लगेगा।
7. सदा स्वस्थ रखे : स्वस्थ रहने के लिए ताजे आंवले का रश शहद में मिलाकर सुबह सुबह पियें अगर इसके ऊपर दूध भी पी लेते हैं तो और अच्छा रहेगा। शरीर हमेशा फिट रहेगा और इसके साथ मानसिक तनाव भी कम होगा।
8. मोतियाबिंद रोग में फायदेमंद : आंवला का जूस निकालकर उसमें थोडा सा शहद मिलाकर पीयें ऐसा करने से मोतियाबिंद रोग में लाभ मिलता है और इसके साथ ही आखों की रोशनी भी बढती है।
9. पैशाब में जलन होने पर : जिनको भी पेशाब में जलन होती है उनको आंवले के जूस में शहद मिलकर पीना चाहिए ऐसा करने से जलन समाप्त हो जाती है और पैशाब भी साफ़ आता है।
10. चर्म रोगों में फायदेमंद : चर्म के पीड़ित रोगियों को आंवले के रश में थोडा सा सहद मिलाकर पीना चहिये इसको पीने से सभी तरह के चर्म रोग मिट जाते हैं और त्वचा भी साफ़ निकल जाती है।
आंवला चूर्ण के फायदे-Amla Powder Benefits In Hindi
1. बवासीर रोग में फायदेमंद : बवासीर के रोगियों को 1 चम्मच आंवले चूर्ण के साथ देशी गौ के दूध का प्रतिदिन सुबह-साम सेवन करें ऐसा करने से बवासीर रोग में लाभ मिलता है। यह भी पढ़ें : बवासीर के घरेलू उपाय
2. सभी प्रकार की खासियों में फायदेमंद : 2-3 चम्मच आंवले के पाउडर मैं 2-3 चम्मच सहद की मिला लें अब इस पेस्ट सुबह-साम चाटें ऐसा करने से कुछ ही दिनों मैं खांसी से छुटकारा मिल जाएगा।
3. दस्त होने पर : आंवले को पीसकर उसका पाउडर बनाके और उसमें थोडा सा काला नमक मिलाके 4-5 बार दिन में गर्म पानी के साथ रोगी को दें दस्त एक दम बंद हो जाते हैं। Also Read : Loose Motion Home Remedy In Hindi
4. मूत्राशय की पथरी में फायदेमंद : रोगी को सूखे आंवले का चूर्ण थोड़े-से मूली के रस के साथ देने से मूत्राशय की पथरी बिलकुल ठीक हो जाती है इसका सेवन आपको 10-15 दिन सुबह-सुबह खाली पेट करना है।
5. पेट दर्द में लाभदायक : आंवला पाउडर, हरद, काला नमक, सनाय इत्यादि सभी का पाउडर एक साथ मिला लें और फिर इसमें थोडा सा नीबू रस भी मिला लें। अब इसका सेवन गर्म पानी के साथ करें। इससे दो लाभ है पेट मैं दर्द बंद तो होता ही है और साथ में भूक भी खुल जाती है।
6. सर दर्द में बहुत ही फायदेमंद : आंवले को पीसकर फिर इसका पेस्ट बनाके सर दर्द वाले व्यक्ति के सर पर ये पेस्ट लगाना है ऐसा करने से सर दर्द मैं तुरत लाभ होता है।
7. पाचन शक्ति बढाने के लिए : भोजन करने के पश्चात सूखे आंवले के पाउडर में से एक चम्मच गर्म पानी के साथ सेवन करें।
8. खुजली में फायदेमंद : जिनको भी खुजली की समस्या है उनको आंवला के पाउडर में थोडा सा कोइ सा भी तेल मिला लें फिर इस पेस्ट को खुजली वाली जगह पर लगायें ऐसा करने से खुजली से निजात मिल जाती है।
9. खट्टी डकारों से निजात : खट्टी डकारों से निजात पाने के लिए आंवला को सुखाकर पीस लें फिर उस चूर्ण को नारियल पानी के साथ लें ऐसा करने से खट्टी डकारों से निजात मिलती है और साथ ही गले में राहत मिलती है।
10. खसरा रोग में फायदेमंद : खसरा के रोगियों को सूखे आंवले के पाउडर को पानी में उबाल लें फिर इसे ठंडा होने के लिए रख दें फिर इससे अपने पूरे शरीर को साफ़ करें ऐसा करने से खसरे रोग में लाभ मिलता है।
11. बेचैनी में फायदेमंद : बेचैनी होने पर 10 ग्राम आंवले के चूर्ण को थोड़ी सी मिश्री के साथ खाने से बेचैनी नहीं होती आप इसको तीनो समय मतलब सुबह-साम-दोपहर ले सकते हैं।
12. नकसीर में फायदेमंद : जब नाक में से खून आ रहे हो तो 1 चम्मच मुलेठी और एक चम्मच आंवला चूर्ण मिलाकर दूध के साथ खाएं ऐसा करने से नकसीर रोग में लाभ पहुचता है।
आंवले का मुरब्बा के फायदे-Amla Jam Benefits In Hindi
1. दिमाग तेज करे : आंवला का मुरब्बा प्रतिदिन सुबह खाने से बच्चों व् बड़ों का दिमाग तेज होता है। जिन बच्चों का पढाई में मन नि लगता उनका मन भी लगने लगता है आंवला मुरब्बा हमारे दिमाग की नशों को खोलता है।
2. उच्च रक्तचाप में फायदेमंद : जिन लोगो को भी उच्च रक्तचाप है उन लोगो को प्रतिदिन सुबह-सुबह आंवले के मुरब्बे का सेवन करना चहिये ऐसा करने से उच्च रक्तचाप में बहुत लाभ मिलता है।
3. याददास्त बढाने के लिए : याददास्त बढाने के लिए प्रतिदिन सुबह-सुबह आंवले के मुरब्बे का सेवन करना चाहिए इसके सेवन से याददास्त बढती है और याद की हुई चीज हमेशा याद रहती है।
4. लू लगने पर : लू से बचने के लिए उबला हुआ आंवला का पानी पियें ऐसा करने से लू नहीं लगती और आप सुबह-साम आंवले का मुरब्बा खाएं ऐसा करने से आप लू की चपेट से बच सकते हैं।
5. इम्यूनिटी सिस्टम को रखे ठीक : आंवले का मुरब्बा एक व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। आंवला में विटामिन सी की मौजूदगी के कारण यह एक मजबूत एंटी ऑक्सीडेंट है। यह एंटीबैक्टीरियल भी है जो जुकाम से भी बचाता है।
6. ह्रदय रोगों में फायदे : आंवले का मुरब्बा क्रोमियम, जिंक और कॉपर में समृद्ध है जो कि शरीर के लिए आवश्यक घटक होते हैं। विशेष रूप से क्रोमियम में, खून के कोलेस्ट्रॉल के स्तर को मॅनेज और हृदय रोगों के खतरे को कम करनी की क्षमता होती है।
7. एनीमिया रोग में फायदेमंद : आंवले के मुरब्बे के सेवन करने से एनीमिया रोग में लाभ मिलता है। आंवले का मुरब्बा लौह सामग्री का एक समृद्ध स्रोत है, इसलिए इसमें हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने की क्षमता होती है। Yah Bhi Padhen : anemia ke gharelu nuskhe
8. पीरियड के दौरान : पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग के कारण होने वाली आयरन की कमी की भरपाई करने के लिए महिलाओं को भी आंवले के मुरब्बे का उपयोग करना चाहिए। आंवले का मुरब्बा मासिक धर्म में होने वाली ऐंठन को कम करने के लिए भी मदद करता है।
आंवला जूस बनाने की विधि-How To Make Amla Juice In Hindi
अच्छे दागरहित आवला ले 1 किलो ले अब आवला को अच्छे से धो ले आवला को बीज से गुदे का काट के अलग कर ले। फिर सब गुदे को जूसर में डाल के आवला का जूस निकाल ले और आवले के रस को किसी जार या बोतल में भर के फ्रीज़ में रख दे।
आवला रस एक महीने तक फ्रीज़ में सुरक्षित रह सकता हैं। 1 किलो आवला में लगभग 600 मिली लीटिर जूस निकल जाता हैं।
आंवला चूर्ण बनाने की विधि-How To Make Amla Powder In Hindi
सबसे पहले ताजे और दाग रहित आंवलो को पानी से धो लें। अब इन्हें दूसरे बर्तन में डालकर पकने तक पानी में उबाल लें। फिर उबलने के बाद आंवलो को ठंडा होने के लिए छोड़ दें । आँवले ठंडे होने पर फांक अलग कर लें और गुठली निकालकर फेंक दें।
आँवले की फांको को किसी प्लास्टिक शीट पर फैलाकर सूखने के लिए रख दें।अब इनको तेज धूप में आठ-दस दिन सुखाए। जब आंवले अच्छी तरह सूख जाये तब इन्हें हमाम दस्ते में कूट कर छोटे छोटे टुकड़े कर लें। अब इन टुकड़ो को मिक्सी में एकदम बारीक़ पीस लें।
पिसे हुए आँवले के पाउडर को बारीक छलनी से छान लें। छने हुए बारीक़ पाउडर को एयर टाइट डिब्बे में भरकर रख लें। आंवला चूर्ण तैयार है। इसे जरूरत के अनुसार उपयोग में लें।
आंवला का मुरब्बा बनाने की विधि-How To Make Amla Jam In Hindi
आंवला मुरब्बा के लिए सबसे पहले आंवले अच्छी तरह से धोकर उनका पानी सूख जाने दें। उसके बाद उन्हें कद्दूकस कर लें और गुठलियों को अलग कर दें। अब कद्दूकस किये हुए गूदे को एक साफ कांच के जार में डाल दें। उसके बाद जार को हिलादें, जिससे आंवले का गूदा कम जगह में सेट हो जाए।
अब गूदे पर ऊपर से इतना शहद डालें, जिससे वह पूरी तरह से भीग जाए। उसके बाद जार का ढक्कन बंद कर दें और उसे धूप में रख दें। धूप ढ़लने पर जार को छाया में कर लें और अगले दिन फिर उसे धूप में रख दें।
ऐसे ही नियमित रूप से 5 दिनों तक जार को धूप दिखाएं। 5 दिनों में आंवला का मुरब्बाAmla Murabba अच्छी तरह से पक कर तैयार हो जाएगा। फिर आप इसे खाने में सामिल कर सकते हैं|
आंवला के नुकसान-Amla Side Effects In Hindi
- आँवले के सेवन के बाद लगभग 45 मिनट तक चाय, कॉफी या दूध ना पिए क्यूंकि इसकी प्रकृति खट्टी होती है इसलिए इसके साथ दूध उत्पादों का सेवन हानिकारक हो सकता है।
- हृदय रोगी इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
- जिन लोगों को आंवले से एलर्जी हो, उन्हे कुछ स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों जैसे दस्त, पेट में दर्द, पेट में ऐंठन, मतली, उल्टी, लाली और अपने मुँह के आसपास सूजन, चेहरे पर लालच, त्वचा और चेहरे पर पित्ती, श्वास बाधित, सिरदर्द, चक्कर आना, और हल्केपन का अनुभव हो सकता है।
- आंवले का अधिक सेवन हाइपरएसिडि टी ट्रिगर कर सकता है।
- यदि आपका हाइपरएसिडि टी या विटामिन सी खाद्य पदार्थों की संवेदनशीलता का कोई भी इतिहास है तो आपको इस फल को खाने से बचना चाहिए।
- आंवला का अधिक सेवन आपके मल को कठोर कर सकता है|
- हाइपोग्लिसेमिक लोगों को आंवले के उपयोग से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे उनकी स्वास्थ्य स्थिति खराब हो सकती है।