नीलगिरी या सफेदा जिसे अंग्रेजी में यूकेलिप्टस (Eucalyptus) कहते है। यूकेलिप्टस वैज्ञानिक गुणों के कारण फीवर ट्री, ब्लू गम ट्री, स्ट्रिंगी बर्क ट्री आदि के नाम से भी जाना जाता है। नीलगिरी एक सदाबहार वृक्ष है।
जिसके ताज़े पत्तों को भाप से पकाकर और आसवन की प्रक्रिया को अपनाकर यूकेलिप्टस का तेल प्राप्त किया जाता है। यह तेल बहुत सुगंधित और रोगाणुनाशक होता है। इस तेल का उपयोग औषधीय उपचार और एरोमाथेरेपी के लिए भी किया जाता है।
नीलगिरी (गन्धसफेदा) तेल के फायदे :
- नीलगिरी के तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा के हर संक्रमण को दूर करते हैं
- नीलगिरी के तेल में एंटीफंगल गुण होते हैं जो संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करते हैं
- यह सिर के रोमछिद्रों को खोलता है और बालों को जड़ से पोषण प्रदान कर उन्हें स्वस्थ बनाता है
- नीलगिरी के तेल की मालिश अगर शाम को की जाए, तो यह सोने में मदद करता है और थकान को खत्म करके तरावट प्रदान करता है। इससे सर की मालिश भी की जा सकती है।
- यह तेल लगाने से जलन में आराम मिलता है. यह मांसपेशियों का दर्द दूर करने के साथ ही त्वचा को सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से सुरक्षा प्रदान करता है.