कैनोला, रेपसीड या ब्रैसिका कैम्पेस्ट्रिस की दो में से एक को कहते हैं। इनके बीजों का उपयोग खाद्य तेल के उत्पादन में होता है जो मानव उपभोग के लिए अनुकूल होता है क्योंकि इसमें पारंपरिक रेपसीड तेलों की तुलना में इरुसिक एसिड की मात्रा कम होती है, साथ ही इसका इस्तेमाल मवेशियों का चारा तैयार करने में भी होता है क्योंकि इसमें जहरीले ग्लूकोसाइनोलेट्स का स्तर कम होता है।
कैनोला तेल में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कि पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, संतृप्त वसा, एंटीआक्सीडेंट गुण, एंटी-इंफ्लामैट्री गुणआदि होते है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छे होते हैं।
कैनोला तेल के फायदे :
- केनोला तेल एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रोल) को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL cholesterol) को बढ़ाने में मदद करता है।
- मोनोअनसैचूरेटिड फैटी एसिड की मात्रा ज़्यादा होने के कारण यह टाइप-2 डायबटीज वालों की ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखता है।
- वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार कनोला तेल का 1.5 बड़ा चम्मच रोज के खाने में शामिल करने से दिल स्वस्थ रहता है।
- कनोला तेल को दो हफ्ते तक रोज अपने खाने में शामिल करने से पेट का मांस 1.6 प्रतिशत कम होता है।
- कैनोला तेल का उपयोग कई त्वचा क्रीम और लोशन के निर्माण में किया जाता है क्योंकि यह त्वचा को सुंदर और चमकदार बनाता है।